त्रिवेणी संगम का नजारा हुआ मनमोहकअब पानी भरने के बाद भी हो रहे महादेव के दर्शन
संतोष सोनकर की रिपोर्ट
राजिम। प्रसिद्ध त्रिवेणी संगम राजिम का नजारा इन दिनों मनमोहक हो गया है तीन नदियां सोंढूर,पैरी एवं महानदी के संगम का जल स्तर बढ़ गया है। उधर नवागांव एनीकट के सभी गेट बंद है तथा इधर राजिम एनीकट के गेट बंद होने से पानी का जलभराव स्पष्ट रूप से परिलक्षित हो रहा है। संगम पर ही बने लक्ष्मण झूला तथा मध्य में स्थित विश्व के विरले पंचमुखी कुलेश्वर नाथ महादेव का मंदिर देखते ही बन रही है। पुल पार करते वक्त आने जाने वाले श्रद्धालु संगम की सुंदरता को देखते ही अपने आप को रोक नहीं पाते और अपने मोबाइल से सेल्फी जरूर लेते हैं। कई बार तो पुल पर ही अपने गाड़ी रोक लेते हैं और खड़े होकर नजारा देखते ही रहते हैं। नदी में पानी बढ़ने के कारण स्नान करने वालों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है तथा लक्ष्मण झूला के माध्यम से अब पानी बढ़ने के बाद भी लोग सीधे कुलेश्वर नाथ महादेव के दर्शन कर पा रहे हैं। बता देना जरूरी है कि जब से मंदिर का निर्माण हुआ है तब से लेकर आज तक बरसात के दिनों में श्रद्धालु तट से ही पूजन अनुष्ठान का कार्य संपन्न करते थे परंतु अब ऐसा नहीं है। छत्तीसगढ़ शासन के प्रयास से लक्ष्मण झूला का निर्माण होने से प्रतिदिन आने वाले हजारों की संख्या में श्रद्धालु सीधे कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर पहुंचकर दर्शन लाभ ले रहे हैं। हमने कुछ श्रद्धालुओं से चर्चा की उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा बनाए गए लक्ष्मण झूला की प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की सोच ने सीधे हमें महादेव का दर्शन कराया है इसके लिए वह धन्यवाद के पात्र हैं। बताना होगा कि 600 मीटर लंबी लक्ष्मण झूला में सीधे धमतरी जिला अर्थात लोमस ऋषि आश्रम एवं राजिम तट से जुड़ा हुआ है। इतनी बड़ी व्यवस्था से श्रद्धालुओं में खुशी स्पष्ट रूप से झलक रही है।