सरोरा पंचायत में उद्योग विस्तारीकरण को लेकर उपजे विवाद के चलते हुए एफ आई आर नामजद आरोपियों का गिरफ्तारी संभव

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तिल्दा-नेवरा। तिल्दा-नेवरा से महज 8 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत सरोरा विकासखंड तिल्दा जिला रायपुर में पिछले दिनों उद्योग विस्तारीकरण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु आहूत की गई जनसुनवाई में उपजे विवाद के चलते 24ग्रामिणो के खिलाफ तिल्दा-नेवरा आरक्षी केन्द्र में नामजद प्रकरण दर्ज की गई है आरोपियों की गिरफ्तारियां सप्ताह के अंदर संभव बतायी जा रही है गौरतलब हो कि गत दिनों 3 सितंबर दिन शुक्रवार को संभव स्पंज एण्ड पांवर प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा उद्योग विस्तारीकरण के मामले को लेकर ग्राम पंचायत सरोरा भवन में जनसुनवाई रखी गई थी जहां पर ग्रामीणजनो ने उपस्थित सक्षम अधिकारियों से जनसुनवाई को स्थगित करने की लिखित में मांग की, ग्रामीणों का कहना था कि सरपंच बिहारी लाल वर्मा ने पंचायत में बिना मुनादी कराये जनसुनवाई को रखीं है जिनकी जानकारी ग्रामिणो को नहीं है । ग्रामीणों का कहना था कि इनके दस माह पूर्व भी इसी प्रकार एक और अन्य स्पंज उद्योग महेन्द्रा स्पंज एवं पांवर प्राइवेट लिमिटेड के विस्तारीकरण हेतु इसी पंचायत भवन में इन्हीं सरपंच के द्वारा अनापत्ति प्रमाण पत्र हेतु रखी गई जनसुनवाई में उद्योग विस्तारीकरण के खिलाफ पुरजोर विरोध किया गया था वहीं कुछ दिवस पश्चात सरपंच ने गुपचुप रूप से उद्योग को अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया। ग्रामीणों ने सरपंच के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा था कि अनापत्ति प्रमाण-पत्र को लेकर सरपंच बिहारी लाल वर्मा ने उद्योग से भारी भरकम रूपयो की लेन देन भी किया है यह मामला ग्रामीणों के जेहन से उतरा भी नहीं था और वही इसी प्रकार का मामला फिर सामने आने से ग्रामीणों का आक्रोश फुट पड़ा ग्रामीणों ने सरपंच बिहारी लाल वर्मा से पूर्व में अन्य संयंत्र को जारी की गई अनापत्ति प्रमाण पत्र को निरस्त करने की मांग की जिनके चलते सरपंच बिहारी लाल वर्मा ने पंचों के साथ अपने आप को पंचायत भवन में बंद कर लिया । ग्रामीणजन सरपंच बिहारी लाल वर्मा से जवाब चाहते थे इसी बीच रात्रिकालीन लगभग सात बजे माहौल को गरमाते देख पूलिस प्रशासन ने बल प्रयोग किया इसी बीच गांव में विद्युत प्रवाह बंद हो गई थी । ग्रामीणों के अनुसार पूलिस प्रशासन के बल प्रयोग से कुछ ग्रामीणों को चोटे भी आयी थी वहीं दूसरी ओर पूलिस प्रशासन के अनुसार दो पूलिस कांस्टेबल का सर में ग्रामिणो की ओर से चोटे आई व पूलिस की चार पहिया वाहन का हेड लाइट फोड़ दीं गई । ग्रामिणो ने इस आरोप को मिथ्या बता रहे हैं ।जैसे तैसे मामला शांत हुआ तत्पश्चात सरपंच बिहारी लाल वर्मा व पूलिस प्रशासन की ओर से 24 ग्रामीणों के खिलाफ भा.दं.सं. 1860 अधिनियम के तहत 147,148,149,186,332,336,353 की धारा में नामजद प्रकरण दर्ज की गई है विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक सप्ताह के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारियां संभव- बतायी जा रही है ।

”शैलेष राजपूत की रिपोट”

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