कलेक्टर और डीएफओं ने मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजनांतर्गत सकरी नदी किनारे रोपित टिशु कल्चर सागौन वृक्षारोपण का किया निरीक्षण
“दीपक ठाकुर की रिपोर्ट”
कवर्धा। पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन के साथ किसानों के आय में बढ़ोत्तरी करने के उद्देश्य से प्रारंभ की गई राज्य शासन की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का जिला प्रशासन द्वारा कबीरधाम जिले में बेहतर क्रियान्वयन किया जा रहा है। कलेक्टर जनमेजय महोबे और वन मंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बोड़ला विकासखंड के ग्राम अमरौड़ी में मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजनांतर्गत सकरी नदी किनारे रोपित टिशु कल्चर सागौन वृक्षारोपण का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर जनमेजय महोबे ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए स्थानीय ग्रामवासियों को मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत् वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया तथा जिले से समस्त क्षेत्रों में इस योजना के तहत् वृहद वृक्षारोपण करने की अपील की। वनमंडलाधिकारी चूड़ामणि सिंह ने बताया किया 21 मार्च को किसान मोहम्मद हाशिम खान के भूमि पर लगभग एक फीट का टिशुकल्चर सागौन पौधा रोपित किया गया था जो आज लगभग 06 फिट हो गया है। उन्होंने बताया कि कवर्धा वनमंडल अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों के कुल 432 हितग्राहियों के द्वारा 780 एकड़ भूमि में मिलिया डुबिया, क्लोनल नीलगिरी, सफेद चंदन, टिशु कल्चर सागौन, साधारण रूट शूट सागौन, साधारण बांस, रक्त चंदन, टिशु कल्चर बांस एवं अन्य प्रजाति के कुल 347353 पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। यहां बताया गया कि मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के तहत् हितग्राहियां को 5 एकड़ भूमि पर (प्रति एकड़ अधिकतम 1000 पौधे) पौधों के रोपण के लिए 100 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा एवं 5 एकड़ से अधिक भूमि पर (प्रति एकड़ अधिकतम 1000 पौधे) पौधों के रोपण के लिए 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। शेष 50 प्रतिशत राशि कृषकों को स्वयं वहन करना होगा। क्षेत्र निरीक्षण के दौरान उप वनमंडलाधिकारी पंडरिया जसवीर सिंह मरावी, उप वनमंडलाधिकारी सहसपुर लोहारा अनिल साहू, परिक्षेत्र अधिकारी पंडरिया पूर्व पूर्णिमा राजपूत (स.व.सं.) इंजीनियर श्री नायक एवं सत्यप्रकाश तथा स्थानीय कर्मचारी एवं ग्रामवासी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना के अंतर्गत कबीरधाम जिले में वृक्षारोपण किया जा रहा है। जिसके तहत् कृषकों के निजी भूमि पर वाणिज्यिक प्रजातियों जैसे क्लोनल नीलगिरी, टिशु कल्चर सागौन, टिशु कल्चर बांस, मिलिया डुबिया (मालाबार नीम), चंदन एवं अन्य आर्थिक रूप से लाभकारी पौधों का वृक्षारोपण किया जाएगा साथ ही कृषक द्वारा लगाए गए पौधों से प्राप्त वनोपज को क्रय किया जाएगा। शासन द्वारा इस योजना से प्राप्त ईमारती लकड़ी का न्यूनतम क्रय मूल्य का निर्धारण किया जाएगा, जिससे कृषकों की आय सुनिश्चित हो सके। इस योजना में बिचौलियों के द्वारा किए जा रहे शोषण पर रोक, काष्ठ एवं प्लाईवुड आधारित उद्योगों को बढ़ावा मिलना, स्थानीय रोजगार में वृद्धि के साथ-साथ कृषकों की आय में वृद्धि, पर्यावरण में सुधार तथा भविष्य में इन वृक्षारोपण क्षेत्रों में कार्बन क्रेडिट के रूप में कृषकों को अतिरिक्त आय की संभावना आदि सम्मिलित है।उल्लेखनीय है कि 21 मार्च को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वनमंत्री मोहम्मद अकबर, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे एवं खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह की उपस्थिति में मुख्यमंत्री वृक्ष संपदा योजना का वर्चुअल शुभारंभ किया गया। जिसके तहत् बोड़ला विकासखंड के ग्राम अमरौड़ी के किसान मोहम्मद हाशिम खान के 02 एकड़ भूमि में टिशुकल्चर सागौन के 600 पौधे रोपित किए गए।