फांसी पर लटका मिला शव, ग्रामीणों ने की पुलिस से जांच की मांग
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। नरहरपुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत मासुलपानी से आज बड़ी संख्या में ग्रामीण व खिलेश्वर कोड़ोपी के परिजन थाना पहुँच खिलेश्वर कोड़ोपी के हत्या की जांच की मांग की है साथ दोषियों पर उचित कार्यवाही की मांग की है। परिजनों व ग्रामीणों ने थाना प्रभारी को सात बिंदुओं पर जांच की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 22 अप्रैल 2023 को सुबह मृतक खिलेश्वर कोड़ोपी का शव गांव के ही महुआ पेड़ पर लटका हुआ मिला। जिसकी जानकारी ग्रामीणों द्वारा परिजनों को दी गई। जिसके बाद इसकी सूचना नरहरपुर थाना को दी गई जिसके बाद मौके पर नरहरपुर पुलिस पहुँचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए लाया गया।मृतक के दादा ने इस घटना को हत्या करके शव को लेजाकर लटकाने की बात कही है वहीं परिजनों व ग्रामीणों का कहना है कि मृतक खिलेश्वर जब घर से निकला था उस दिन टीशर्ट चड्डा चप्पल पहना था साथ में मोबाईल रखा था फॉसी लटकने के बाद मृतक के शरीर में टीशर्ट चड्डा नहीं था न मोबाईल था चप्पल आधा कि.मी. दुर में पड़ा था वहीं मृतक जिस पेन्ट बेल्ट समेत पहना हुआ था इस कारण यह आशंका जताया जा रहा है वहीं शव महुआ पेड़ के डंगाल में जिस परिस्थितियों में था ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे वह लटकाया गया है।पैर नीचे जमीन पर टिका हुआ था आठ दिन के बाद मोबाईल चप्पल के आसपास पड़ा हुआ मिला।मृतक के दादा दादी के अनुसार खिलेश्वर आत्महत्या नहीं किया गांव में गौकरण मंडावी मृतक खिलेश्वर को बुलाने जाते थे खेत में काम करना है दो दिन खेत में काम करवाया फिर मृतक अपने दादा दादी के पास जाता था शाम सुबह बुलाने आते थे मृतक के पीछे पड़ गये तीन दिन आम गिराने ले गये मृतक आम गिराने झाड़ में चढ़ता था व आम को तोड़ छोड़ने भी दुरपेश के घर जाता था लगातार पांच दिन काम कराया और उसी रात से मृतक गायब था जोकि दूसरे दिन महुआ पेड़ में लटका हुआ मिला।इस घटना के पहले मृतक के दादा कृष्णा कोड़ोपी व गौकरण मंडावी आपस में दोनों के घर में आना जाना था जिस दिन घटना हुआ उस दिन पूरे गांव के बड़े बुजुर्ग ग्रामीण मृतक के दादा कृष्णा कोडोपी के घर बैठे लेकिन वहाँ गौकरण मंडावी शामिल नहीं हुआ उस दिन से आज तक आना जाना बंद है जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि खिलेश्वर ने आत्महत्या नही बल्कि उसकी हत्या की गई है।परिजनों ने यह भी बताया कि मृतक खिलेश्वर कोड़ोपी दुर्पेश मण्डावी को और उसके साला को मोटर सायकल से खेत लेने गया था शाम को पेट्रोल भराने नरहरपुर भी गये व 100 रूपये का पेट्रोल भी भरवाये गांव में केजाई नेताम का ब्यान है। 22 अप्रैल को जब शव को दफनाया गया उस दिन शाम को बैठने के नाम से दुरपेश की माता रमिला मंडावी उपासिंह कोड़ोपी के घर मानकी कोड़ोपी को बताई की पांच दिन मृतक हमारे घर में काम किया है। इस घटना में कई ऐसे तथ्य परिजनों ने बताया जिससे उन्हें लगता है कि मृतक आत्महत्या नहीं किया है। परिजनों कहना है कि इस मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा नरहरपुर थाना, कांकेर पुलिस अधीक्षक सहित अन्य लोगों तक हम गुहार लव चुके है व हम न्याय मांग मांग कर थके गये है इस घटना को लगभग 10 महीना होने को है लेकिन आज पर्यन्त तक जांच के लिए कोई भी नहीं पहुँचे है।इस सबंध में नरहरपुर थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख ने बताया कि मासुलपानी की घटना को लगभग 8 से 10 माह हो गया है और इसकी जांच भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की गई है पोस्टमार्टम में भी आत्महत्या करना पाया गया है।