मानस मंडली के कलाकार लतेल सोनकर को दी भावभीनी श्रद्धांजलि
राजिम । चौबेबांधा निवासी लतेल सोनकर के निधन होने पर अंचल में शोक की लहर है। वह श्रीराम दरबार मानस मंडली के कोषाध्यक्ष होने के साथ ही सामाजिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़ा रहा। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित हुए तथा उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए छत्तीसगढ़ सोनकर समाज के महामंत्री चेतन सोनकर ने कहा कि जन्म मृत्यु दोनों ईश्वर के द्वारा निर्धारित होता है। लतेल सोनकर सरल स्वभाव एवं ईमानदार व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने अपने जीवन काल में लीला मंडली के माध्यम से रामायण और महाभारत के अनेक पात्रों का शानदार किरदार निभाए जिन्हें हमेशा याद किया जाएगा। राष्ट्रीय मानव अधिकार संगठन जिला गरियाबंद के संरक्षक व जिला कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बैशाखूराम साहू ने कहा कि समाज में ऐसे लोग बहुत विरले होते हैं और वैसे भी कहा जाता है अच्छे इंसान की जरूरत न सिर्फ धरती लोक बल्कि अन्य लोक में भी होती है। निहायत ही उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता। लेकिन उनके द्वारा किए गए कार्यों से समाज जरूर सीख लेगा। भाजपा मंडल राजिम के पूर्व अध्यक्ष सोमप्रकाश साहू ने कहा कि उनके कार्यों के प्रति ईमानदारी ने उनकी अमिट पहचान बना दी है। गांव शहर सभी जगह इनका एक विशेष नाम है। व्यक्ति को ईमानदार होना बहुत जरूरी है जिसको इन्होंने बखूबी निभाया है। साहित्यकार संतोष कुमार सोनकर मंडल ने उनके साथ में बिताए हुए पल को स्मरण कर रोमांचित हो गए और कहा कि कलाकार का जीवन तप है। वह हमेशा दूसरों की खुशी में ही अपनी खुशी देखता है। रामायण कार्यक्रमों में उनकी सक्रिय भागीदारी के साथ ही अनेक गतिविधियों को भुलाया नहीं जा सकता। उनके सुपुत्र हेमंत सोनकर गायन के क्षेत्र में लगातार लोक कला को आगे बढ़ाने में सहयोग दे रहे हैं।इस मौके पर प्रमुख रूप से सोनकर समाज चौबेबांधा के अध्यक्ष यशवंत सोनकर, मानव अधिकार संगठन जिला गरियाबंद के अध्यक्ष हिमांचल साहू,महेश सोनकर, जीवन लाल सोनकर,जितेंद्र सोनकर, शायर जितेंद्र सुकुमार साहिर, गणेश साहू, नरेश पाल,मुकेश यादव, तुलाराम सोनकर सहित बड़ी संख्या में अंचल के लोग उपस्थित थे।