आईएनएस विक्रांत, भारत के समुद्री इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत, कमीशन किया गया
नईदिल्ली । भारत के समुद्री इतिहास में अब तक के सबसे बड़े और सबसे जटिल युद्धपोत आईएनएस विक्रांत को पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय नौसेना में शामिल किया। नौसेना ने कहा कि युद्धपोत दो फुटबॉल मैदानों जितना विशाल है और 18 मंजिल लंबा है। विमानवाहक पोत का हैंगर दो ओलंपिक आकार के पूल जितना बड़ा है।
262 मीटर लंबा और 62 मीटर चौड़ा आईएनएस विक्रांत 18 समुद्री मील से लेकर 7500 समुद्री मील की दूरी तय कर सकता है. जहाज में लगभग 2,200 कमरे हैं, जिन्हें चालक दल के लगभग 1,600 सदस्यों के लिए डिजाइन किया गया है. इसमें महिला अधिकारियों और नाविकों को समायोजित करने के लिए विशेष केबिन शामिल हैं।
INS विक्रांत एयरक्राफ्ट करियर समुद्र के ऊपर तैरता एक एयरफोर्स स्टेशन है जहां से फाइटर जेट्स, मिसाइलें, ड्रोन के जरिए दुश्मनों के नापाक मंसूबों को नेस्तनाबूत किया जा सकता है. आईएनएस विक्रांत से 32 बराक-8 मिसाइलें दागी जा सकेंगी. 44,570 टन से अधिक वजनी, यह युद्धपोत 30 लड़ाकू जेट विमानों को समायोजित करने में सक्षम है और दृश्य सीमा से परे हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों और निर्देशित बमों और रॉकेटों से परे जहाज-रोधी मिसाइलों से लैस है. यह विभिन्न विमानों को संभालने के लिए आधुनिक लॉन्च और रिकवरी सिस्टम से भी लैस है जैसे मिग -29 के लिए लूना लैंडिंग सिस्टम और सी हैरियर के लिए डीएपीएस लैंडिंग सिस्टम।