महान भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने मारी Koo (कू) ऐप पर एंट्री
THEPOPATLAL क्रिकेट जगत के महान क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने भारत का बहु भाषीय माइक्रो ब्लॉग्गिंग प्लेटफार्म Koo ज्वाइन किया। वे @VirenderSehwag हैंडल के नाम से ऐप पर मौजूद है। सहवाग ने ऐप से जुड़ते ही कू किया “चेन्नई और दिल्ली ने प्लेऑफ में मारी एंट्री, और हमने भी कू के स्टेडियम में मार ली है एंट्री ।” सहवाग के जुड़ने से फैंस में भरी उत्साह देखा गया। अपने कू में उन्होंने #DejuViru का नाम लिया और बताया की आने वाले आईपीएल मैचेस का मज़ेदार रिव्यु वो खुद एक ऑनलाइन सीरीज के माध्यम से देंगे।
सहवाग के Koo पर आने से यूज़र्स को लाइव क्रिकेट एक्शन और मैच कमेंटरी का मज़ा भारतीय भाषाओं में मिलने लगेगा। यह टी 20 विश्व कप 2021 के साथ विशेष रूप से प्रासंगिक है, जो 17 अक्टूबर, 2021 से यूएई और ओमान में शुरू होने वाला है। क्रिकेट और ट्रेंडिंग मुद्दों पर अपनी हाज़िर जवाबी और मज़ाकिया टिप्पणियों के लिए जाने जाने वाले सहवाग ने Kooसे जुड़ने के कुछ घंटो के भीतर ही यूज़र्स से ज़बरदस्त प्रतिक्रिया हासिल की।
सहवाग का मंच पर स्वागत करते हुए, Koo के प्रवक्ता ने कहा, “क्रिकेट केवल एक खेल नहीं है – यह एक भावना है जिसमें भारतीय जीते और सांस लेते हैं। यह एक ऐसी अभिव्यक्ति है जो हम सभी को एक साथ बांधती है, भले ही हमारी संस्कृति या भाषायें कितनी ही अलग हों। इसी तरह, Koo एक बहुभाषी माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म है जो भारतीयों को अपनी मूल भाषाओं में खुद को अभिव्यक्त करने के लिए सशक्त बनाने के मिशन पर है। टी20 विश्व कप से पहले Koo ऐप पर वीरेंद्र सहवाग की एंट्री Koo पर यूज़र्स और क्रिकेट प्रशंसकों के लिए जबरदस्त उत्साह पैदा करेगी, जो अब अपनी मूल भाषाओं में उनके विचारों को फॉलो करने और उनकी शानदार हाज़िर जवाबी और मज़ेदार कमेंटरी के माध्यम से टूर्नामेंट का आनंद लेने में सक्षम होंगे।
Koo के बारे में
Koo की स्थापना मार्च 2020 में भारतीय भाषाओं में एक बहुभाषी माइक्रो-ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म के रूप में की गई थी। कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध, भारत के विभिन्न क्षेत्रों के लोग अपनी मातृभाषा में खुद को व्यक्त कर सकते हैं। एक ऐसे देश में जहां भारत का सिर्फ 10% हिस्सा अंग्रेजी बोलता है, वहां एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की अत्यधिक आवश्यकता है जो भारतीय यूज़र्स को व्यापक भाषा अनुभव प्रदान कर सके और उन्हें कनेक्ट करने में मदद कर सके। कू उन भारतीयों की आवाज़ के लिए एक मंच प्रदान करता है जो भारतीय भाषाओं को पसंद करते हैं।