सड़क पर मिले 20 घुमंतू बच्चे,राष्ट्री बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने 16 को उनके माता पिता को सौंपा व 4 को बाल गृह भेजा
रायपुर। राजधानी के अलग—अलग इलाकों में घूम रहे 20 से अधिक बच्चों को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की टीम ने रोका। बच्चों से पूछताछ करने पर पता चला कि वे ऐसे ही घूमते रहते हैं। इनमें से 16 बच्चों के माता-पिता को समझाया गया कि वे अपने बच्चों को बाहर न घूमने दें, पढ़ाएं, लिखाएं उनका जीवन संवारे। चार बच्चों के बारे में संतोषजनक जानकारी न मिलने पर उन बच्चों को बाल गृह भेजा गय।
सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर स्ट्रीट सिचुएशन आफ चिल्ड्रन के संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने राजधानी के अनेक इलाकों का निरीक्षण किया। घड़ी चौक, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, कमल विहार, पचपेड़ी नाका, गुढ़ियारी, चूना भठ्ठी, अमलीडीह, मरीन ड्राइव, राजेंद्र नगर, सांईं मंदिर, कटोरातालाब, जयस्तंभ चौक, कालीबाड़ी आदि जगहों पर निरीक्षण के दौरान 20 बच्चों को चिन्हांकित किया गया। वे बच्चे दिनभर इधर-उधर घूमते थे। इनमें से दो बालिकाओं को खुला आश्रय गृह मरीन ड्राइव तेलीबांधा और दो बालकों को शासकीय बालक गृह माना भेजा गया ताकि उनका सही ढंग से पालन पोषण हो सके।