आमाबेड़ा में विभिन्न क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर 90 गांव हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने निकाली रैली सीएम के नाम सौपा ज्ञापन
“नरेश कुमार की रिपोर्ट”
कांकेर। अंतागढ़ विकास खण्ड अंतर्गत आमाबेड़ा क्षेत्र के लगभग 90 गांव के ग्रामीण एक बार फिर बड़ी संख्या में मूलभूत सुविधा एवं महंगाई को देखते हुए लघु वनोपज
दर वृद्धि को लेकर एक बार फिर सड़क पर उतरे और रैली निकाल शासन-प्रशासन का ध्यानाकर्षित कराते हुए मुख्यमंत्री के नाम उपतहसील कार्यालय में ज्ञापन सौपा है।
लगभग हजारों की संख्या में रैली के बाद मुख्यमंत्री के नाम सौपे ज्ञापन में अपनी मूलभूत समस्याओं को बिन्दुवार दर्शाया गया है जिसमें आमाबेड़ा क्षेत्र में कुल 23 पंचायत है। जिसकी कुल जनसंख्या लगभग 30,000 (तीस हजार) होगी। क्षेत्र में कई मूलभूत समस्यायें है जिनके निराकरण के लिए शासन प्रशासन को क्षेत्रवासियों के द्वारा पत्र एवं रैली के माध्यम से कई बार अवगत कराते आ रहे है। परन्तु समस्याएं जस की तस बनी हुई है। हमारी मांगे आमाबेड़ा उपतहसील को तहसील का दर्जा दिया जाये। आमाबेड़ा को ब्लाक का दर्जा दिया जाये। आमाबेड़ा में शासकीय महाविद्यालय की स्वीकृति किया जाये।
आमाबेड़ा से अंतागढ़ रोड को अविलम्ब पूर्ण किया जाये।
आमाबेड़ा से कांकेर रोड को पूर्ण किया जाये। अर्रा क्षेत्र के 35 गांव के लिए आदिम जाति सेवा सहकारी समिति खोला जाये। नागरबेड़ा, अर्रा, बड़ेपिजोड़ी उसेली में बालक छात्रावास खोला जाये।वनोपज की दरों में बढ़ोतरी किया जाये।तेन्दूपत्ता फड़ मुंशीयों का मजदूरी प्रति सैकड़ा 50 रुपये करने तथा तेन्दूपत्ता प्रति सैकड़ा-550 रुपये, धवई फुल-66 रुपये प्रति किग्रा, महुआ-100 रुपये प्रति किग्रा, बेलगुदा -50 रुपये प्रति किग्रा,आंवला कच्चा- 50 रुपये प्रति किग्रा, हर्रा कच्चा – 20 रुपये प्रति किग्रा, टोरा -50 रुपये प्रति किग्रा., हर्रा कचरिया-50 रुपये प्रति किग्रा, चार गुठली- 115 रुपये प्रति किग्रा., फुल इमली (बीज रहित)-80 रुपये किग्रा, 15. गिलोय (कच्चा)- 20 रुपये प्रति किग्रा., कुसुम लाख (सुखा) – 1000 रुपये किग्रा, भेलवा -20 रुपये प्रति किग्रा, कुसुम बीज -500 रुपये कि ग्रा, नागर भोथा (सुखा) -60 रुपये किग्रा, साल बीज- 50 रुपये प्रति किग्रा किये जाने की मांग रखी है।