जंगलों का रिसर्ज करने कांकेर पहुँचे,12 सदस्यों की टीम
“नरेश कुमार की रिपोर्ट”
कांकेर। ग्राम मांदरी में सामुदायिक जंगल प्रबंधन कि जानकारी लेने के लिए मध्य प्रदेश के बैगा चक से बैगा आदिवासी (आदिम जनजाति समूह) जो राष्ट्रपति के दतक पुत्र कहा जाता है, जिसकी 12 सदस्यों की टीम ग्राम मांदरी पहुँच गांव में कैसे जंगल का प्रबंधन पारंपरिक तरीके से ग्राम सभा कर रहे हैं, ग्रामीणों के द्वारा जंगल भ्रमण करवाया और बताया तथा दिखाया कि जंगल का सुरक्षा के लिए ठेंगा पारी(जंगल सुरक्षा टीम) कैसे हर रोज गांव के लोग जाते हैं, जंगल में आग को रोकने के लिए अग्नि पट्टी बनाया गया है,गांव में महुवा पेड़ के नीचे आग नही लगाने के लिए लोगो को प्रेरित किया गया, जंगल के नियम क्या क्या बनाए गए हैं, चराई का अलग क्षेत्र बनाया गया है, ताकि छोटे छोटे पौधे नष्ट ना हो,पेड़ो की गिनती कैसे किया गया कितने प्रजाति के पेड़ है, जड़ी बूटियों का अलग अलग क्षेत्र है उसे कैसे बचाया जा रहा है, लघु वनोपजों की जानकारी दिया गया, मध्य प्रदेश से आए अध्ययन टीम जंगल प्रबंधन को देख कर बहुत खुश हुए, इसमें प्रमुख रुप से ग्राम मांदरी से दुवारू कोरेटी, लला कोरेटी, सुरेश सलाम अशोक कचलाम, जय राम कोरेटी, मेहतर मंडावी, बंशी तेता, ईश्वर मंडावी, सुखमीन सलाम छबीला कचलाम, सुनीता कचलाम, सावित्री हिडको, घसिया कोरेटी, जगदीश यादव, राजू दुग्गा, जानसिंग यादव मार्गदर्शक के रूप में टीम के.बी.के.एस. पर्यावरण मित्र सेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।