प्रदेश के विकास में महिलाओं की अहम भूमिका : कौशल्या देवी साय
रायपुर। सर्व यादव समाज के महिला प्रकोष्ठ द्वारा प्रदेश स्तरीय महिला सम्मेलन का भव्य आयोजन राजधानी रायपुर स्थित वृंदावन हॉल में किया गया। इस अवसर पर प्रदेश के विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में महिलाएं, निर्वाचित जनप्रतिनिधि एवं समाज की पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में महिलाओं का उत्साह देखने लायक था।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि थीं प्रदेश की वरिष्ठ जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी श्रीमती कौशल्या देवी साय, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमती करूणा मधुसूदन यादव ने की। इसके साथ ही कार्यक्रम में अति विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती मंजू राकेश यादव उपस्थित रहीं। अन्य विशिष्ट अतिथियों में श्रीमती सुलोचना यादव (जनपद अध्यक्ष, बलौदा बाजार), श्रीमती सविता भीम यादव (जनपद अध्यक्ष, पलारी), श्रीमती जागृति यादव (जिला पंचायत सदस्य, राजनांदगांव) एवं श्रीमती सरोज यादव (पूर्व अध्यक्ष, नगर पंचायत लेदरी महेंद्रगढ़) शामिल थीं।
मुख्य अतिथि कौशल्या देवी साय ने अपने प्रेरणादायी उद्बोधन में कहा —
“प्रत्येक समाज, प्रदेश और देश के विकास में महिलाओं की भूमिका सबसे अहम होती है। जब तक महिलाओं को साथ लेकर नहीं चला जाएगा, तब तक विकास अधूरा रहेगा। आज महिलाएं घर से लेकर शासन-प्रशासन तक हर क्षेत्र में अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रही हैं।”
उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश शासन द्वारा महिलाओं के उत्थान हेतु अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें ‘महतारी वंदन योजना’ प्रमुख है, जिसके अंतर्गत महिलाओं को प्रतिमाह ₹1000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके अलावा अविवाहित, विधवा एवं परित्यक्ता महिलाओं के लिए भी कई लाभकारी योजनाएं संचालित हैं।
कौशल्या साय ने बताया कि शासन द्वारा ‘महतारी सदन’ की स्थापना गांव-गांव में की जा रही है, जहां महिलाएं बैठकर अपने विकास, शिक्षा, स्वावलंबन एवं सामाजिक मुद्दों पर चर्चा कर सकती हैं। कुछ पंचायतों में यह पहल शुरू हो चुकी है और शीघ्र ही पूरे प्रदेश में इसका विस्तार किया जाएगा।
उन्होंने कहा —
“संविधान ने हमें अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्यों का भी बोध कराया है। इसलिए समाज के हर नागरिक को शासन की योजनाओं से जुड़कर उनका लाभ लेना चाहिए और साथ ही विकास की दिशा में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। शासन और जनता के बीच संवाद आवश्यक है, ताकि योजनाओं का लाभ सीधे ज़रूरतमंदों तक पहुंचे।”
कार्यक्रम की अध्यक्ष करूणा मधुसूदन यादव ने कहा कि यह देखकर प्रसन्नता होती है कि बारिश और व्यस्तता के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में महिलाएं सम्मेलन में शामिल हुई हैं। उन्होंने कहा कि आज महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं, चाहे राजनीति हो, शिक्षा, व्यापार या सामाजिक कार्य—हर जगह महिलाएं नेतृत्व कर रही हैं।
कार्यक्रम के दौरान देवभोग क्षेत्र की महिलाओं ने पारंपरिक लोक नृत्य के माध्यम से अतिथियों का स्वागत किया। मुख्य अतिथि कौशल्या देवी साय का अभिनंदन पुष्पमालाओं और शॉल-श्रीफल भेंट कर किया गया।
सम्मेलन में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आईं महिला पदाधिकारियों की उपस्थिति ने आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। प्रमुख रूप से उपस्थित थीं —
गीता यादव (जिला अध्यक्ष, बिलासपुर)
किरण यादव (जिला अध्यक्ष, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही)
पुष्पा यादव (जिला अध्यक्ष, जांजगीर-चांपा)
पुष्पा यादव (जिला अध्यक्ष, खैरागढ़)
अनुराधा यादव (जिला अध्यक्ष, कांकेर)
गीता यादव (जिला अध्यक्ष, कोरबा)
राधिका यादव (जिला अध्यक्ष, गरियाबंद)
वर्षा यादव (सामाजिक प्रमुख, कोंडागांव)
मंजू यादव (जिला अध्यक्ष, जशपुर)
बमलेश्वरी यादव (जिला अध्यक्ष, नारायणपुर)
ममता यादव एवं हीराबाई यादव (रायगढ़)
दंतेश्वरी यादव (जिला अध्यक्ष, दंतेवाड़ा)
द्रौपदी यादव (जिला अध्यक्ष, बलरामपुर)
सरिता यादव (अध्यक्ष, रायपुर महादेवघाट परिक्षेत्र)
स्नेहा यादव (पंडरी रायपुर)
मीरा यादव (जिला अध्यक्ष, महेंद्रगढ़)
मिथिलेश नंदनी यादव (जिला अध्यक्ष, मुंगेली)
अन्नपूर्णा यादव (जिला अध्यक्ष, बस्तर)
मीनाक्षी यादव (जिला अध्यक्ष, धमतरी)
पुष्पा यादव (जिला अध्यक्ष, बलौदा बाजार)
सरस्वती यादव (जिला अध्यक्ष, बीजापुर)
भुवनेश्वरी यादव (सामाजिक प्रमुख, सिमगा)
मंजू यादव (परीक्षित क्षेत्र अध्यक्ष)
संतोषी यादव (समाज प्रमुख, बेमेतरा)
सम्मेलन के अंत में सर्व यादव समाज महिला प्रकोष्ठ की ओर से धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया।
कार्यक्रम में महिलाओं ने संकल्प लिया कि वे शासन की सभी योजनाओं से जुड़कर समाज और प्रदेश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएंगी।