गरियाबंद के स्कूल भवन निर्माण का जिम्मा पालकों ने उठाया
गरियाबंद। ट्राइबल और शिक्षा विभाग के बीच चल रही खींचतान के कारण बजाड़ी पंचायत के आश्रित पारा नयापारा प्राथमिक शाला का नया भवन अधूरा रह गया था। बड़ी रकम जारी करने के बावजूद ठेकेदार ने आगे काम करने से इंकार कर दिया था। बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होते देख पालकों ने 500-500 रुपए एकत्रित कर श्रमदान के जरिए अधूरे निर्माण को पूरा करने का बीड़ा उठाया।
स्कूल भवन में खिड़की-दरवाजे नहीं लगाए गए थे और फ्लोरिंग तथा प्लास्टर का काम भी अधूरा था। पालकों की पहल से अब तक चार दरवाजे और फ्लोरिंग का काम पूरा किया गया है। दो-तीन दिन के भीतर नए भवन में स्कूल संचालन शुरू करने की योजना है।
मैनपुर ब्लॉक में 114 स्वीकृत कामों में से 97 अधूरे हैं, जबकि 994.84 लाख रुपए खर्च किए जा चुके हैं। शिक्षा विभाग ने पिछले एक साल से 6 करोड़ रुपए रोककर रखे हैं, जिससे अधूरे भवनों को पूरा करने में बाधा आ रही है। जिला पंचायत अध्यक्ष गौरी शंकर कश्यप ने मामले को शर्मनाक बताया और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की है। जिला शिक्षा अधिकारी ने स्वीकार किया कि पालक ही अधूरे कामों को पूरा कर रहे हैं और उच्च अधिकारियों को नियमित रूप से रिपोर्ट भेजी जा रही है।

