सीआरपीएफ के महानिदेशक ने ताड़पाला सुरक्षा कैंप में बिताई रात, जवानों का बढ़ाया मनोबल
बीजापुर। उसूर थाने के ताड़पाला इलाके में सुरक्षाबलों ने अब करेंगुट्टा पहाड़ पर एक नया सुरक्षा एवं जन-सुविधा कैंप स्थापित किया है। इस कदम से नक्सल विरोधी अभियानों को गति मिलेगी और सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा मजबूत होगी। यह कैंप दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में स्थापित किया गया, जहां सड़क संपर्क का अभाव, कठिन चढ़ाई, आईईडी और घात लगाकर हमला करने का खतरा तथा पानी की कमी जैसी चुनौतियां थीं। 22 नवंबर की रात को सीआरपीएफ के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने जवानों के साथ ताड़पाला में स्थापित सुरक्षा कैंप में रात्रि विश्राम कर उनका मनोबल बढ़ाया। बीजापुर जिले में वर्ष 2024 से अब तक कुल 22 सुरक्षा कैंप स्थापित किए जा चुके हैं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप, अब तक 749 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है, 202 नक्सली मारे गए हैं और 1006 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह सहित अन्य उच्च अधिकारियों ने ताड़पाला पहुंचकर जवानों से मुलाकात की और उन्हें बधाई दी। अधिकारियों के अनुसार, इस कैंप को भविष्य में जंगल वारफेयर, फील्ड क्राफ्ट और सामरिक प्रशिक्षण के एक विशेष केंद्र के रूप में भी विकसित किया जाएगा। सीआरपीएफ के पुलिस महानिदेशक और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कैंप का दौरा कर विषम परिस्थितियों में किए गए उत्कृष्ट कार्य की सराहना की। सीआरपीएफ के पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि ताड़पाला कैंप की स्थापना से छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर संचालित संयुक्त अभियानों को मजबूती मिलेगी। कैंप स्थापना के दौरान लगातार हेलीकॉप्टर सहायता उपलब्ध रही और वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर मार्गदर्शन दिया। कैंप स्थापित होने के बाद कई शीर्ष अधिकारियों ने इसका निरीक्षण किया।

