सेरीखेड़ी में 147 परिवारों को उजाड़ने का मामला बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में उठाया
रायपुर। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने आज सेरीखेड़ी के 147 परिवारों को उजाड़ने का मामला विधानसभा में उठाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ की नई राजधानी तो सरकार बना रही है, परन्तु उस नई राजधानी के पास रहने वाले गरीबों के साथ, जो पुश्तैनी तरीके से सेरीखेड़ी के गांव का हिस्सा है, उस हिस्से को उजाड़ने की कोशिश की जा रही है। और सबसे बड़ी बात यह है कि राष्ट्रीय त्यौहार हिन्दुओं का त्यौहार होली के दिन 17 तारीख को 147 लोगों को नोटिस दी गई। माननीय मुख्यमंत्री जी, आप बैठे हैं। क्या होली के दिन किसी को उसके घर उजाड़ने की नोटिस दी जाती है? नोटिस से वे कितने भयभीत होगें, वे त्यौहार मनाने से वंचित हो गए, उनके मन में डर और भय पैदा हो गया। डर और भय पैदा होने के कारण वे सेरीखेड़ी से पैदल चलकर रायपुर पहुंचे। रायपुर पहुंचकर वे मुख्यमंत्री जी को और कलेक्टर को ज्ञापन देना चाहते थे, परन्तु उनका ज्ञापन लेने कोई नहीं आया, पर उनको लाठियां मिली, उनको डंड़े मिले, उनको लात-घूंसे मिले।
श्री अग्रवाल ने कहा कि यह सरकार अपने घोषणा पत्र में कहती है कि हम सबको घर देंगे, उनको दो कमरे का मकान देंगे, उनको पट्टा देंगे यह इतनी बड़ी घटना है कि 147 परिवारों को त्यौहार मनाने से रोका जाये। मेरे पास नोटिस की कॉपी है। मैंने स्थगन दिया है और हमारे दल के सभी सदस्यों ने स्थगन दिया है। इसमें उन लोगों से 17 तारीख की पावती ली है। इसमें अधिकांश परिवार ऐसे परिवार है..सरकार को यही पर घोषणा करनी चाहिए कि उनको उजाड़ा नहीं जाएगा। आज नई राजधानी में हजारों एकड़ जमीन पड़ी हुई है, जब वहां पर लाठी चार्ज हो रहा था तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता उनको लाठी चार्ज से बचाने के लिए वहां पर गए तो 12 लोगों को अरेस्ट करके उनके ऊपर में नॉन बेलेबल धाराएं लगायी गई हैं। हम लोगों ने स्थगन दिया है। आप चर्चा कराए।