नोटबंदी के दौरान नक्सलियों के लाखों रुपये खपाने वाले के दो भाइयों के खिलाफ मामला दर्ज
रायपुर। प्रवर्तन निदेशालय ने नोटबंदी के दौरान नक्सलियों के लाखों रुपये खपाने वाले छत्तीसगढ़ के दो भाइयों की 29.75 लाख रुपये की जमीन अटैच कर दी है। इन दोनो भाइयों पर नोटबंदी के दौरान नक्सलियों से 25 लाख रुपये लेकर उन पैसों से अनाज आदि खरीदकर पहुंचाने का आरोप है। ईडी के रायपुर दफ्तर से दी गई जानकारी के मुताबिक ये दोनो भाई राजनांदगांव जिले के हैं। इनमें बड़े भाई का नाम अश्वनी वर्मा और छोटे का तामेश वर्मा है। उल्लेखनीय है कि इन दोनों भाइयों के खिलाफ छत्तीसगढ़ पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच की थी। जिसकी फाइनल रिपोर्ट 30 अक्टूबर 2018 को आने के बाद अवैधानिक गतिविधि रोकथाम अधिनियम 1967 की धारा 13, 21, 38 और 39 के तहत अश्वनी वर्मा और अन्य के खिलाफ प्रतिबंधित नक्सल संगठन की मदद करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था। जांच में पता चला कि अश्वनी वर्मा ने नक्सलियों से पैसे लिए और उसी पैसे से स्थानीय किसानों से अनाज और अन्य कृषि उत्पाद खरीदकर भुगतान किया। बाद में उन्हीं वस्तुओं को बिक्री शो कर उसी पैसे से अश्वनी वर्मा ने जमीन खरीद ली। उक्त जमीन की कीमत 25,75000 बताई गई है।