नम आंखों से बच्चों ने गणपति बप्पा को दी विदाई
राजिम । गणेश प्रतिमा विसर्जन का दौर आज भी जारी रहा। सुबह से लेकर दोपहर व शाम तक बड़े से लेकर छोटे बच्चों ने गणेश प्रतिमा नदी तालाब व सरोवर में विसर्जित की। इस दौरान बच्चे जो लगातार 11 दिनों तक बप्पा की आरती गाएं हैं तथा उन्हें खीरे या फिर लड्डू का भोग लगाए थे जिनके कारण उनके साथ में आत्मिक संबंध जुड़ गई है बच्चे उन्हें चाह कर भी अपने से अलग होने नहीं देना चाह रहे थे लेकिन पलकों की जिद के कारण बच्चे खुद बड़ों के साथ नदी तालाब व सरोवर में अपने हाथों से मूर्ति को उठाकर विसर्जित किए।
बाला खिलेंद्र सोनकर, नवीन सोनकर, नमन सोनकर, गौरव सोनकर, राहुल साहू, दीपेश सेन, लोकनाथ निषाद, आकांक्षा पटेल, तानिया आदि ने जैसे ही बप्पा की मूर्ति को विसर्जित किए उनके नयन सजल हो गए। विसर्जित करते तक उन्होंने गणपति बप्पा मोरिया के नारे लगाते रहे तथा विसर्जन के बाद छोटे बच्चे अपने पालकों से फिर से गणेश की मूर्ति लाने के लिए जिद करते रहे तथा उनके पालक उन्हें समझाते रहे कि अब अगले साल ही गणपति बप्पा की मूर्ति लाकर बिठाएंगे फिर तुम पूजा कर लेना। कह कर शांत कराएं।
“संतोष कुमार सोनकर की रिपोर्ट”