एमआरपी से अधिक कीमत पर बेच रहे ठंडा पेय,कूलिंग चार्ज के नाम पर मनमानी
“वैभव चौधरी की रिपोर्ट”
धमतरी। गर्मियों का मौसम आते ही सूखे गलो को तर करने वाले ठंडे पेय पदार्थों की मांग बढ़ गयी है, इसका बेजा फायदा कुछ दुकानदारों द्वारा उठाया जा रहा है। पेय पदार्थों की खरीद में रोजाना सैकड़ों लोगो ठगे जा रहे हैं। कई दुकानदार लोगो से पानी या कोल्ड ड्रिंक्स की बोतल चिप्स-कुरकरे जैसे पैक्ड फूड या अन्य उत्पाद पर छपे अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) से अधिक पैसे वसूल रहे हैं। जब कोई जागरूक लोगल अधिक मूल्य लेने के बारे में पूछता है तो कुछ दुकानदार बोल देते है कि पानी, कोल्ड ड्रिंक्स को ठंडा करने का कुलिंग चार्ज ले रहे हैं।ज्यादा बहस करने पर ग्राहक को बिना सामान दिए लौटा दिया जाता है। इस खुली लूट को रोकने वाला कोई नहीं है। जबकि शर्तों में यह साफ होता है कि मूल्य सूची से ज्यादा पैसा नहीं वसूल सकते है। दुकानदारों का तर्क है कि दुकानों का किराया ज्यादा है और वे तो ग्राहकों से कूलिंग चार्ज के 5-10 रुपए ही तो ले रहे हैं। इससे क्या फर्क पड़ता है। संकेत जैन,सारांश साहू सोमिल जैन, विनय जैन कहते हैं कि पेय पदार्थ बनाने वाली ब्रांडेड कंपनियां सिर्फ उत्पाद बेंचने की जिम्मेदारी तक सीमित रहती है लेकिन उनके उत्पाद को दुकानदार ब्लैक में बेंच रहे हैं या नहीं उस पर कोई भी पकड़ नहीं रहती है जबकि अधिकारियों के साथ कम्पनी को इस ओर ध्यान देकर मनमानी रोकने पहल करनी चाहिए।एक दुकानदार ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कंपनी ने मूल्य तो निर्धारित कर दिया परन्तु फ्रिज के लिए बिजली तथा बर्फ का अतिरिक्त खर्च नही दिया जाता इसलिए यह खर्च ग्राहकों से वसूलते है।