कलेक्टर ने जनसमस्या निवारण शिविर में सुनीं सिंगपुर के ग्रामीणों की समस्याएं,कहा- ग्रामीणों की विभिन्न मांगों पर जल्द होगी सकारात्मक कार्रवाई
”वैभव चौधरी की रिपोर्ट”
धमतरी। मगरलोड विकासखण्ड की ग्राम पंचायत सिंगपुर में आज जिला स्तरीय जनससमया निवारण शिविर लगाया गया, जहां कलेक्टर पी.एस. एल्मा ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं तथा निराकरण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने ग्रामीणों की विभिन्न मांगों व समस्याओं से रू-ब-रू होते हुए जिला प्रशासन की ओर से त्वरित सकारात्मक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। साथ ही जिन मांगों का निराकरण शासन स्तर से होना है, उनका प्रस्ताव राज्य शासन को प्रेषित करने की बात कही।
ग्राम पंचायत कार्यालय सिंगपुर में आयोजित शिविर में ग्रामीणों की मांग पर चर्चा करते हुए कलेक्टर ने बताया कि क्षेत्र के 40 गांवों में सिंचाई सुविधा का विस्तार करने सोंढूर जलाशय नहर निर्माण के लिए राज्य शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। उन्होंने बताया कि डी.ए.पी. खाद की कमी सिर्फ प्रदेश ही नहीं, अपितु पूरे देश में है। इसका तात्कालिक और वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर जैविक खाद का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो कि प्रदेश सरकार की प्राथमिकता में भी है। इसी तरह सिंगपुर में सोसायटी की स्थापना के संबंध में कहा कि यदि मोहेरा और मूलगांव सोसायटी द्वारा अनापत्ति प्राप्त होने पर स्थापना की जा सकती है, किंतु इसके लिए सहकारिता पुनर्गठन अधिनियम के तहत 8-10 साल बाद ही प्रावधान किया जाता है। वन्य प्राणी से हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति की मांग पर एसडीओ वन श्री हरीश पांडेय ने बताया कि सिंगपुर परिक्षेत्र में हाथी से फसल मुआवजा के 75 प्रकरण दर्ज किए गए थे, जिसके लिए 6.53 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई, जिनमें से 50 प्रकरण के विरुद्ध हितग्राहियों को 2.89 लाख रुपए का भुगतान किया जा चुका है तथा शेष 25 प्रकरण के 3.64 लाख रुपए के भुगतान की कार्रवाई हेतु लंबित है।उप संचालक कृषि ने विभागीय जानकारी देते हुए बताया कि सिंगपुर सोसायटी के तहत आने वाले 36 गांवों के लिए मात्रा में खाद और बीज का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि उक्त सोसायटी में 32 टन यूरिया खाद, 10 टन सुपर फास्फेट, 10 टन पोटाश और 30 टन डीएपी खाद का भण्डारण है। बीज वितरण कार्यक्रम के तहत 368.70 क्विंटल धान का वितरण चालू वित्तीय वर्ष में किया गया है। इसके अलावा कृषि एवं सहकारिता विभाग द्वारा संयुक्त रूप से 80 क्विंटल उड़द, 6 क्विंटल सुगंधित धान बीज, 6.40 क्विटंल रागी, 110 क्विंटल फोर्टिफाइड जिंक राइस और 3.5 क्विंटल अरहर बीज का वितरण क्षेत्र के किसानों को किया गया है। फसल बीमा क्षतिपूर्ति की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि 36 में से 02 गांव गिरोलाडीह और सरईरुख में फसल कटाई प्रयोग के तहत थ्रेस होल्ड से अधिक पैदावार आने के कारण इन ग्रामों के किसानों को बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इसके अलावा 04 ग्राम सिरकट्टा, राउतमुड़ा, पठार और सोनारिन दैहान में सीसीई की तकनीकी त्रुटि होने के कारण यहां के किसानों को लाभ नहीं मिल पाया है। उप संचालक कृषि ने कहा कि अगले 15 दिनों में संबंधित से समन्वय स्थापित कर इसका समाधान कर लिया जाएगा। शेष 30 गांवों के किसानों के खाते में राशि अंतरित की जा चुकी है। इसके अलावा शिविर में ग्रामीणों की अन्य मांगों पर सकारात्मक चर्चा हुई तथा कलेक्टर ने सभी मांगों पर यथाशीघ्र सहानुभूतिपूर्वक कार्रवाई करने की बात कही। इस अवसर पर संबंधित विभागों के अधिकारीगण, सीईओ जनपद पंचायत मगरलोड, तहसीलदार सहित काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।