कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा नेताओं पर लगाया ओछी राजनीति करने का आरोप
“वैभव चौधरी की रिपोर्ट”
धमतरी। रेलवे प्रभावितों का हमदर्द बनने का दिखावा करने के लिए भाजपाई घड़ियाली आंसू बहा रहे है, जबकि अब तक उन्होंने रेलवे प्रभावितों के साथ सिर्फ छलावा किया है, यह कहना है कांग्रेस पार्षद चोवाराम वर्मा,अवैश हाशमी,संजय डागौर,केंद्रकुमार पेंदरिया,राजेश ठाकुर,कमलेश सोनकर,रूपेश राजपूत,राजेश पांडे,ज्योति वाल्मीकि,दीपक सोनकर,सोमेश मेश्राम,सूरज गहेरवाल,ममता शर्मा,नीलू पवार,लुकेश्वरी साहू, गीतांजलि महिलांगे,सविता कवंर, पूर्णिमा रजक,राही यादव का। इन्होंने आगे कहा कि धमतरी नगर पालिका बनने के बाद से शहरी सरकार में भाजपा काबिज रही, इस लंबे समय के दौरान अगर रेलवे प्रभावितों के लिए व्यवस्थापन की व्यवस्था कर दी जाती तो आज स्टेशनपारा के लोगो को रेलवे की नोटिस से न घबराना पड़ता न उन्हें सड़क पर आने की नौबत आती, भाजपा के छलावे के कारण स्टेशनपारा के लोगो को अपना आशियाना टूटने का डर सता रहा है। भाजपाई यह प्रचारित कर रहे कि पिछले कार्यकाल अर्चना चौबे के समय स्टेशनपारा के लोगो के लिए पीएम आवास स्वीकृति कराई गई जबकि पिछले कार्यकाल में स्टेशनपारा के किसी भी व्यक्ति के नाम पर आवास आबंटन नहीं किया गया था, 287 नग क्वार्टर पीएम आवास योजना के तहत बन रहा अगर भाजपा की सरकार रहती तो यह अंदेशा था कि इन आवास को स्टेशनपारा के लोगो को देने की बजाए अपने चहेतों को आबंटित कर दिया जाता। 287 नग पीएम आवास को स्टेशनपारा के रेलवे प्रभावितों को देने की इच्छाशक्ति महापौर विजय देवांगन ने दिखाई है। कार्यकाल सम्हालने के बाद से महापौर ने आवास निर्माण जल्द कराकर उसे रेलवे प्रभावितों को सौंपने प्रयास किया। कोरोना काल व ठेकेदार द्वारा काम छोड़ने के कारण देरी हुई, ठेकेदार पर कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया वहीं अब फिर से टेंडर कराकर काम कराने की तैयारी है। पीएम आवास बनते ही वहां स्टेशनपारा के लोगो को प्राथमिकता के साथ बसाया जाएगा। कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि रेलवे की नोटिस के बाद स्टेशनपारा के लोग जब खौफजदा थे तब उनके साथ कंधे से कंधे मिलाकर पार्षद चोवाराम वर्मा व अवैश हाशमी खड़े हुए, इनके द्वारा व्यवस्थापन के लिए लंबे समय से संघर्ष किया जा रहा है। इस मुश्किल समय मे सांसद व विधायक ने रेलवे प्रभावितों से मानो मुँह मोड़ लिया था, एक बार भी न सांसद स्टेशनपारा पहुंचे न विधायक उनका हाल जानने पहुंची। दोनो जनप्रतिनिधियों ने स्टेशनपारा के लोगो को उनके हाल पर छोड़ दिया था, इधर कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद लोहाना, महापौर विजय देवांगन,अवैश हाशमी,चोवाराम वर्मा ने कलेक्टर पीएस एल्मा से मुलाकात कर रेलवे प्रभावितों का दर्द बताया, कलेक्टर के रेलवे अधिकारियों से बात की तब कुछ समय की मोहलत मिलने का रास्ता साफ हुआ। अभी भी जरूरत है कि सांसद के द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप किया जाए, निगम के द्वारा व्यवस्थापन का पूरा प्रयास किया जा रहा, फिर भी अगर रेलवे अचानक कार्यवाही के लिए पहुंचता है तो सांसद को अपनी ओर से पहले व्यवस्थापन की उचित व्यवस्था करवाना चाहिए। रेलवे विभाग केंद्र सरकार के अधीन है, इसलिए सांसद की जिम्मेदारी बनती है कि अपने निर्वाचन क्षेत्र की जनता को राहत पहुंचाने आवश्यक पहल करे। इधर स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी को लेकर कांग्रेसी पार्षदों ने कहा कि रेलवे प्रभावितों का घर उजड़ने की नौबत आ गयी थी, ऐसे संवेदनशील समय मे भाजपा नेताओं को आरोप लगाने की ओछी राजनीति करने की बजाए उनका दर्द बांटने की कोशिश करनी चाहिए थी पर स्थानीय भाजपा नेताओं को एसी कमरे में बैठकर सिर्फ बयानबाजी करना आता है, इसलिए जनता ने उन्हें नकार दिया, आगे भी जनता उन्हें सबक सिखाने तैयार है।