धौड़ाई के सरपंच-सचिव कागजों में विकास कर डकारे 63 लाख-शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं-जिला स्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर पंचो ने कमिश्नर से लगाई गुहार
जगदलपुर/नारायणपुर। धूर नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के धौड़ाई पंचायत के सरपंच गोमती देहारी एवं सचिव वनिस साहू ने आपसी सांठगांठ कर कागजों में विकास कार्यो को अंजाम देकर लगभग 63 लाख रूपए की राशि डकार गये। राशि गबन का आरोप वहां के सरपंच-पंचो ने लगाते हुए नारायणपुर कलेक्टर से शिकायत कर जांच की मांग करते हुए दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग की थी। पूरे साक्ष के साथ शिकायत करने के बाद भी जिला प्रशासन द्वारा आज दिनांक तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मनोनीत सरपंच सुबबती,उपसरपंच शारदाा देवी एवं पंचों ने बस्तर कमिश्नर से शिकायत कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हुए उक्त राशि की वसूली की मांग भी रखी है। ज्ञातव्य हो कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों प्रदेशभर के ग्रामीणों से भेंट मुलाकात कर शासन की योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में ग्रामीणों से पूछताछ कर रहे है जिन इलाकों में योजनाओं का लाभ नहीं मिलने की शिकायत पर तत्काल कलेक्टर को आदेशित कर उन ग्रामीणों तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने को लेकर निर्देशित किया गया है। नारायणपुर जिले के नक्सल प्रभावित इलाके के धौड़ाई पंचायत में जहां कागजों में विकास कार्यो को अंजाम देकर ऐसे कर्मचारी शासन की छवि को बदनाम करने में जुटे है। शासन जहां गरीबों के लिए मसीहा की तरह काम कर रहे है तो वही धौड़ाई में पेंशन की राशि पर ही डाका डाला जा रहा है जहां पांच माह से पेंशनधारियों को पेंशन नहीं मिलने सहित मूलभूत की राशि मनरेगा भुगतान, 14वें विड्डा सहित अन्य विकास कार्यो के 63 लाख से अधिक की राशि के गबन का मामला सामने आया है। सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित: नारायणपुर जिले के धौड़ाई पंचायत में जहां 15 पंच है पंच एवं ग्रामीणों को सरपंच गोमती देहारी सचिव वनिश साहू के द्वारा राशि के बंदरबाट किये जाने की भनक लगने पर पंच एवं ग्रामीण सरपंच के खिलाफ लामबंद हुए और अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सरपंच को हटाने का निर्णय लिया गया। उप सरपंच एवं पंचों की शिकायत पर 23 अगस्त 2021 को पीठासीन अधिकारी सुनील कुमार, तहसीलदार नारायणपुर की अध्यक्षता में अविश्वास प्रस्ताव की कार्रवाई ग्रामसभा में शुरू की गई जिसमें अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 12 मत पड़े इस प्रकास से वहां के एसडीएम के द्वारा 24 अगस्त को अविश्वास प्रस्ताव पारित कर सरपंच गोमती देहारी को पद से पृथक कर दिया था। पंचों ने सर्व सहमति के आधार पर सुखमती सलाम को सरपंच चुना था जिसे प्रशासन ने भी धौड़ाई पंचायत का सरपंच घोषित कर दिया था। सरपंच उपसरपंच ने खोला मोर्चा: धौड़ाई के मनोनीत सरपंच सुखमती उप सरपंच शारदा नाग पंच नीतू सलाम, सुखमती कश्यप, राजेन्द्र सलाम, बिसलराम बघेल, अजय पटेल एवं ग्रामीणों के पड़ताल करने पाया कि फरवरी 2020 से 23 अगस्त 2021 तक मिलान करन पर विभिन्न मदो से 63 लाख 11 हजार 31 रूप्ए आहरण किया गया है उक्त राशि का पंचायत में कोई भी इकार्य नहीं होना पाया गया जिससे सभी ने राशि के बंदरबाट होने का आरोप लगाया है। शिकायत पर कार्रवाई नहीं: विभिन्न मदो की राशि आहरण कर गबन मामले में मनोनीत सरपंच द्वारा 11 मार्च 2022 को नारायणपुर कलेटर को लिखित शिकायत कर जांच कराने की मांग की गई थी जिसका आज दिनांक पता नहीं। सरपंच-पंच ने निष्पक्ष जांच कराने बस्तर कमिश्नर को शिकायत की है। एसडीएम का आदेश शून्य घोषित: नारायणपुर एसडीएम ने धौड़ाई पंचायत के सरपंच के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर सरपंच गोमती को पद से पृथक करने का आदेश जारी किया था उक्त आदेश को नारायणपुर कलेक्टर ने 17 मई को शून्य घोषित कर फर्जीवाड़ा करने वाले सरपंच को एकबार फिर सरपंच की ज्मिेदारी सौंपने का फरमान जारी किया है। दोषियों को बख्शा नहीं जायेगा: नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने कहा कि विकास कार्यो की राशि में बंदरबाट करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि सरपंच सचिव द्वारा राशि गबन की जानकारी मिली है जिसकी निष्पक्ष जांच कराने कलेक्टर को पत्र लिखकर जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही।