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Chhattisgarh

नवागांव एनीकट के फिर पांच गेट खुले, बह रहा पानी

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । त्रिवेणी संगम के ऊपर बना हुआ नवागांव एनीकट लबालब था परंतु पांच गेट खुलने के कारण तेजी के साथ पानी बेवजह बह रहा है नतीजा इस मिनी डैम से एक फीट पानी देखते ही देखते कम हो गया। यदि इन गेटों को पूरी तरह बंद नहीं किया गया तो संग्रह किया गया यह पानी भी गैर जिम्मेदार अफसरों की लापरवाही के कारण बेवजह बह जाएगा जिनका खामियाजा गरियाबंद, धमतरी एवं रायपुर तीन जिला के स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ेगा। वर्तमान में गर्मी ऐसी है कि पारा 40 डिग्री को भी पार कर चुका है सुबह 7:00 बजे से ही सूर्य देव अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर देते हैं 8 व 9 बजते तक तेज धूप लगती है तथा 12:00 बजे तो सड़के सूनी हो जाती है अर्थात लोग काम सुबह से ही लगा लेते हैं और दोपहर होते तक घर पहुंच जाते हैं। ऐसे में एक एक बूंद का महत्व हर आदमी को पता है परंतु जल संसाधन विभाग धमतरी अनदेखी कर लगातार इस एनीकट के पानी को बहाने में लगा हुआ है जो इन दिनों चर्चा का विषय बन गया है। बार-बार गरियाबंद जल संसाधन विभाग द्वारा सिकासर जलाशय से पानी छोड़ कर इन्हें भरा जाता है। राजिम माघी पुन्नी मेला के समय पुण्य स्नान के लिए इसी एनीकट से पानी सप्लाई किया था उसके बाद तो पूरी तरह से खाली हो गया था लोगों ने एनीकट को भरने की मांग की और इन्हें भरा भी गया परंतु गेट के खुले रहने के कारण पानी 5 फीट खाली हो गया था। स्थानीय लोगों ने फिर शासन-प्रशासन एवं संबंधित विभाग से गुहार लगाई। इस संबंध में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने जिला पंचायत के बैठक में पानी भरने की मांग भी की। विकराल गर्मी को देखते हुए जिला प्रशासन मुस्तैद हो गया और फिर सिकासेर जलाशय से पानी छोड़कर नवागांव एनीकट को लबालब भरा गया परंतु अब फिर से पांच गेट खुला हो गया है। इनमें से एक गेट में तेज गति से पानी बह रहा है तथा चार गेट में मध्यम गति से। इस तरह से पानी बेवजह बहाया जा रहा है। पिछले समय भी लोगों ने मांग किया था कि ओवरफ्लो पानी ही नीचे बहना चाहिए गेट खोलने की जरूरत नहीं है फिर भी एनीकट का पांच गेट खोलना कोई साधारण बात नहीं है।
स्थानीय लोगों ने कड़ा एतराज जताते हुए शीघ्र सभी गेट को बंद करने की मांग की है। कहना होगा कि जिस अफसर को गेट बंद करने या खोलने की जिम्मेदारी दी गई है वह धमतरी जिले से ताल्लुक रखता है और यहीं से ही देखरेख किया जाता है। बताना होगा कि इस एनीकट में पानी रहने से छत्तीसगढ़ के प्रयाग नगरी राजिम के अलावा नवापारा शहर तथा आसपास के दर्जनों गांवों के वाटर लेवल बना रहता है। अभी एक फीट पानी कम होने से वाटर लेबर नीचे जा रहा है। मोनोब्लॉक पंप जवाब देना शुरू कर दिए हैं कुएं सूख चुके हैं। अभी गर्मी को तीन महीना बाकी है उनके लिए पानी को स्टोरेज करके रखना जरूरी है परंतु गैर जिम्मेदार अधिकारियों के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है। लोगों ने शीघ्र गेट को बंद कर पानी को लबालब करने की मांग जिम्मेदारों से की है।

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