छत्तीसगढ़ में पहली बार इस साल गोबर से बनी गुलाल से होली खेली जाएगी

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रायपुर। होली के त्यौहार में रंगो से खेलने की परम्परा बेहद पुरानी है। पुराने ज़माने में फूलों के रंग का इस्तेमाल होली खेलने में होता था,लेकिन वक़्त बदला और कैमिकल से बने रंगो ने अपनी जगह बना ली। कैमिकल से बने रंगो की वजह से होने वाले नुकसान से बचने के लिए एक बार फिर लोग ईको फ्रेंडली रंगो की तरफ रूचि दिखाने लगे हैं। होली के बाजार में आपको कई हर्बल गुलाल मिल जायेंगे, इस बार अगर कोई आपको फूलों से बने हर्बल गुलाल की जगह गोबर से बने गुलाल से रंग लगाए तो चौकना नहीं, क्योंकि छत्तीसगढ़ में इस बार गोबर से बने गुलाल से होली खेली जाएगी।

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