सरस्वती शिशु मंदिर नवापारा में गुरु पूर्णिमा मनाया गया
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम । सरस्वती शिशु मंदिर उच्च. माध्यमिक विद्यालय नवापारा में हम सभी के पथ प्रदर्शक जीवन नैया को पार लगाने वाले गुरुपूर्णिमा का पर्व उल्लासपूर्वक मनाया गया कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती भारतमाता व प्रतीक स्वरूप ओम के छायाचित्र परदीप प्रज्ज्वलित कर अतिथिगणों द्वारा किया गया।
मुख्यअतिथि के रूप में उपस्थित विद्यालय के प्राचार्य नरेश यादव,ने गुरु की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गुरु का हमारे जीवन पर बहुत महत्व हैं हर व्यक्ति की सफलता के पीछे गुरु का हाथ होता हैं इसलिए उन्हें भगवान से भी बढ़कर माना गया हैं।गुरु का होना अंधकार में दीपक के जैसे होता हैं जो खुद जलकर दूसरों को प्रकाश देते हैं माता के बाद दूसरा शिक्षक गुरु ही होते है उनके द्वारा दिया गया संस्कार जीवन को आसान बना देती हैं गुरु शब्द दो शब्दों से मिलकर बना जिसका अर्थ होता हैं अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाने वाला जो हमे अनुशासित बनाते हैं भविष्य के लिए उचित निर्णय देते हैं ज्ञान ही एक ऐसी वस्तु हैं जिसे बांटने से कम नही होती बल्कि बढ़ती हैं। शास्त्र वाक्य में गुरु को ईश्वर के विभिन्न रूपो में स्वीकार किया गया हैं ब्रम्हा विष्णु और महेश माना गया हैं क्योंकि वह शिष्य को नव जन्म देता है रक्षा करता है, और सभी दोषों का संहार करता हैं।भारत मे प्राचीन काल से ही गुरु का विशेष महत्व है वो मनुष्य के लिए सबसे ऊपर होता हैं, सही मार्ग चुनने में सहायता करते हैं मुश्किलों से लड़ना सिखाते है उन्ही के आशीर्वाद और शिक्षा से विद्यार्थी विषम परिस्थितियों को पार कर लेते हैं।गुरु को सम्मान देने के लिए गुरु पूर्णिमा मनाया जाता हैं।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कृष्णकुमार वर्मा ने कहा सच्चा गुरु भक्त अपने सभी लक्ष्यों को पूर्ण करने में सफल होता हैं जीवन पर्यन्त उनका सम्मान करना चाहिए उनके आशीर्वाद के बगैर जीवन अधूरा है।प्राचीनकाल में गुरु शिष्यों को आश्रम में साहित्य कला और जीवन के ज्ञान प्रदान करते थे, लेकिन वर्तमान में विद्यालय में सभी सुविधा में रहकर विद्यार्थी ज्ञान अर्जन करते हैं जीवन के हर पल में उनके दिए संस्कार और शिक्षा काम आते हैं इसलिए हर बातो को अनुकरण कर आगे बढ़ना चाहिए।
सम्मान स्वरूप समस्त आचार्य दीदी का तिलक वंदन कर श्रीफल भेंट कर आत्मीय अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन सरोज कंसारी ने किया आभार रेणु कुमार निर्मलकर ने किया।इस अवसर पर आचार्य दीपक देवांगन, नारायण पटेल, संजय सोनी, नंद कुमार साहू तामेश्वर साहू आरती शर्मा वाल्मीकि धीवर आयुष शर्मा तमेश्वरी यादव, मोनिका मालवीय, धनेश्वरी साहू निकिता यादव मोनिका वैष्णव, निकिता तराने उपस्थित रहें।