हाउसिंग बोर्ड ने कृषि भूमि पर चलाया जेसीबी,किसानों ने राज्यपाल समेत जिम्मेदार अधिकारियों को न्याय करने की लगाई गुहार
राजिम । शहर के वार्ड क्रमांक 14 के किसान इन दिनों बहुत परेशान हैं उसे ना रात को नींद आ रही है नहीं दिन बराबर गुजर रहा है कारण और कुछ नहीं है बल्कि यहां के 26 परिवार जिनमें सेवती साहू, ललिता पाल, ममता यादव, धनेश्वरी वर्मा, सुनीता यादव, नंदिनी पाल, ललिता पाल, रेखा साहू, हिरौंदी साहू, सविता वर्मा, पम्मी वर्मा, शकुन पाल, नर्मदा यादव, महा बत्ती, चेमन वर्मा, सुमन साहू, लक्ष्मी साहू, निर्मला साहू, मुन्नी वर्मा, मोहिनी साहू, शांति साहू, लीला साहू, सुशीला साहू, सोनी बाई साहू, सीमा साहू, हीरा बाई साहू पिछले 50 वर्षों से वार्ड के घास भूमि में फसल उगाकर खेती किसानी कर रहे थे और इनसे जो आय प्राप्त होती थी उन्हीं से अपने व परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। क्योंकि यह वार्ड शहर से बाहर है। आज पर्यंत तक शांतिपूर्वक जीवन व्यतीत कर रहे थे लेकिन यकायक बिना सूचना दिए पिछले 11 दिसंबर को हाउसिंग बोर्ड रायपुर के द्वारा आवास निर्माण के लिए जमीन पर जेसीबी चलाकर मेड पार को लेवलिंग कर दिया गया। अपने कब्जा भूमि को समतल होते हुए देख इन किसानों के आंसू निकल गए। अब स्थिति यह बन गई है कि इन किसानों के भूखे मरने की नौबत भी आ गई है। वार्ड पार्षद पुष्पा गोस्वामी ने बताया कि उक्त भूमि का प्रशासन द्वारा जुर्माना राशि भी जमा किया जाता है बिना नोटिस के हाउसिंग बोर्ड के इस कारनामा ने इन परिवारों को हिला कर रख दिया है प्रशासन इस पर शीघ्र न्याय करें। तथा पुनः कब्जा देकर व्यवस्थित करें। उन्होंने बताया कि राज्य के मुख्य मार्ग में गरियाबंद रोड में शासकीय भूमि है जो आवास के लिए उचित है लेकिन उसे छोड़कर खेत अंदर स्थित भूमि को काबिज कर गरीबों को बेदखल किया गया है जो ठीक नहीं है। यह समस्त कृषक गण अनुविभागीय अधिकारी राजिम को हस्ताक्षर युक्त आवेदन सौंपा है जिसमें राज्यपाल अनुसुइया उइके, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डेहरिया, सांसद चुन्नीलाल साहू तथा कलेक्टर गरियाबंद निलेश कुमार क्षीरसागर एवं तहसीलदार को इस मामले पर अवगत कराते हुए शीघ्र न्याय की गुहार लगाई है।