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Chhattisgarh

पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू के विरुद्ध धारा 306 अपराध राजिम न्यायालय में पंजीबद्ध,मामला 2009 में छबिराम साहू द्वारा आत्महत्या करने की

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । मंगलवार को अधिवक्ता नरेंद्र देवांगन, मुर्तुजा खान के साथ प्रार्थी हेमलता साहू राजिम पहुंची और हाईकोर्ट बिलासपुर के निर्देशानुसार व्यवहार न्यायालय में छत्तीसगढ़ शासन के पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू के विरुद्ध धारा 306 भादवि आत्महत्या हेतु दुष्प्रेरणा के अंतर्गत मामला पंजीबद्ध किया गया। अधिवक्ता नरेंद्र देवांगन ने बताया कि सन् 2009 में हेमलता साहू पति स्वर्गीय छविराम साहू निवासी मानिकचौरी ने पुलिस अधीक्षक रायपुर तथा थाना प्रभारी अभनपुर के समक्ष एक लिखित शिकायत प्रस्तुत की थी कि उसके पति छविराम ने चंद्रशेखर साहू जो उस समय कृषि एवं पशुपालन मंत्री थे उनके परिवार वालों के द्वारा प्रताड़ित किए जाने के कारण आत्महत्या कर लिए हैं इसलिए उनके विरुद्ध एफ आई आर दर्ज किया जाए किंतु अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं किया गया। हेमलता साहू ने न्यायिक मजिस्ट्रेट आधिकारी प्रथम वर्ग के न्यायालय में चंद्रशेखर साहू के विरुद्ध अपराध धारा 306 भादवि के अंतर्गत पंजीबद्ध करने परिवाद प्रस्तुत किया था जिसे सन 2012 में खारिज कर दिया गया। न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम वर्ग ने उक्त आदेश के विरुद्ध हेमलता साहू ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गरियाबंद के न्यायालय में पुनरीक्षण याचिका प्रस्तुत की जिसे भी अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश गरियाबंद खारिज कर दिया। तब अतिरिक्त सत्र न्यायालय गरियाबंद द्वारा पारित आदेश के विरुद्ध हेमलता ने उच्च न्यायालय बिलासपुर में पुनरीक्षण प्रस्तुत की थी याचिका को स्वीकार कर ली गई जिस पर चंद्रशेखर साहू ने उक्त आदेश को चैलेंज करते हुए सर्वोच्च न्यायालय में अपील क्रमांक 236/ 2014 प्रस्तुत की गई। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा चंद्रशेखर साहू के प्रस्तुत अपील के निराकरण करते हुए प्रकरण को उच्च न्यायालय छत्तीसगढ़ को पुनः सुनवाई हेतु रिमांड कर दिया गया जिस पर सुनवाई करते हुए 25.10. 2021 को आदेश पारित किया गया जिसमें न्यायालय ने यह माना कि चंद्रशेखर साहू के विरुद्ध प्रथम दृष्टया प्रकरण बनता है। न्यायालय दंडाधिकारी प्रथम वर्ग गरियाबंद को चंद्रशेखर साहू के विरुद्ध धारा 306 भारतीय दंड विधि के अंतर्गत परिवाद पंजीबद्ध करने का निर्देश दिया गया एवं विधि के प्रावधानों अनुसार कार्यवाही करने को कहा है। जिस के परिपालन में आज मंगलवार को मामला पंजीबद्ध किया गया है इससे हड़कंप मच गया है। जितने मुंह उतनी बात होने लगी है। उल्लेखनीय है कि पिछले 10 सालों से हेमलता साहू न्यायालय में चक्कर पर चक्कर काट रही थी नतीजा आज मामला पंजीबद्ध करने से उन्होंने राहत की सांस ली है बताना जरूरी है कि उनके पति छबीराम साहू मंडी में कार्यरत थे उस समय उन्होंने आत्महत्या करने से पहले पत्र लिखा था जिसमें उसने अपनी पीड़ा को व्यक्त किया था।

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