अंडर ब्रिज नही बना तो उग्र आंदोलन करेंगें- हफीज खान
राजनांदगांव । गौरीनगर एवं स्टेशन पारा के नागरिकों ने वरिष्ठ कांग्रेसी हफीज खान व गौरीनगर के पार्षद व वरिष्ठ सभापति समद खान के नेतृत्व में अंडरब्रिज की मांग को लेकर सैकडो नागरिकों के साथ रेल्वे प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए चेतावनी दी की गौरीनगर रेल्वे क्रासिंग के पास तत्काल अंडरब्रिज का निर्माण कार्य रेल्वे प्रशासन करे अन्यथा नागरिकों के साथ रेल्वे पटरी पर बैठकर रेल रोको आंदोलन करेंगें।
छ.ग. राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान ने बताया कि, रेल्वे क्रासिंग बंद होने से आम नागरिकों, छात्र-छात्राओं एवं आपातकालीन चिकित्सा में जाने वाले लोगो को समय पर नही पहुंच पाने से छात्र-छात्राओं को परीक्षा के समय में परेशानियां तथा अस्पताल जाते समय रेल्वे क्रासिंग बंद होने के कारण महिलाओं की डिलवरी व मरीजों की मृत्यु तक हो जाती है। इस गंभीर समस्या को देखते हुए आज हम सब ने एकत्र होकर रेल्वे प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
आयोग के सदस्य हफीज खान ने राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद संतोष पाण्डे की निष्क्रियता को भी बताया। पूर्व में दिवंगत सांसद स्व. राजा देवव्रत सिंह के अथक प्रयासों से व पूर्व सांसद मधुसूदन यादव तथा अभिषेक सिंह ने भी अपने स्तर पर प्रयास किया, किन्तु वर्तमान सांसद संतोष पाण्डे ने अंडरब्रिज को लेकर कोई भी काम नही किया गया है। इस गंभीर समस्या को लेकर मै स्वयं एवं वार्ड पार्षद समद खान व वार्डवासियों के साथ रेल रोको आंदोलन करेंगें, जिसकी समस्त जवाबदारी रेल प्रशासन की होगी।
वार्ड पार्षद एवं वरिष्ठ सभापति समद खान ने बताया कि, छ.ग. राज्य अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान के साथ हम सभी सैंकडो की संख्या में नागरिकगण ने रेल्वे प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर चेतावनी दी है कि, अंडरब्रिज का निर्माण नही होने पर गौरीनगर व स्टेशन पारा के नागरिकगण पटरियों पर बैठकर रेल रोको आंदोलन करेंगें, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी रेल्वे प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपते समय मेवालाल बम्भोला, रामचन्द्र राव, शंकर लाल छेदय्या, रंगाधर यादव, मोहन सिन्हा, वफीद खान, सतीष लाल, संजय लाल, धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, हरीश यादव, विजय यादव, जाकिर खान, अभिमन्यू मिश्रा, शेख मुनव्वर, मुकेश मोजेश, यासिन खान, नागेश्वर बंजारे, प्रफुल्ल ताडे, प्रमोद शेन्डे, निर्मला यादव, फरजाना बेगम, सुषमा भार्गव, शीला दुबे, बंशी साहू, देवेन्द्र पीटर आदि सैकडों की संख्या में उपस्थित थे।