किसान सभा ने भारत बंद को लेकर पोस्टर पर्चा जारी किया

Spread the love

कोरबा । किसान विरोधी तीनों काले कानूनों के खिलाफ आयोजित भारत बंद के समर्थन में छत्तीसगढ़ किसान सभा अन्य सहयोगी ट्रेड यूनियन संगठनों और वामपंथी दलों के समर्थन से बांकी-सुतर्रा राज्य मार्ग को 27 सितम्बर को जाम करेगी। यह घोषणा किसान सभा के अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव प्रशांत झा ने आज यहां बंद के पोस्टर-पर्चे जारी करते हुए की। उन्होंने कहा कि मनरेगा, वनाधिकार, भू-विस्थापन और बिजली-सड़क-पानी से जुड़ी स्थानीय मांगों को भी आंदोलन की मांगों में शामिल करके व्यापक प्रचार अभियान चलाया जा रहा है।
पोस्टर जारी करने में प्रमुख रूप से जवाहर सिंह कंवर, प्रशांत झा,दीपक साहू,हेम सिंह मरकाम,मान सिंह कंवर, राजकुमारी कंवर(पार्षद),दिलहरण चौहान,दिलीप दास, एवं किसान सभा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
किसान सभा के सचिव प्रशांत झा ने कहा कि देश भर में पिछले 9 महीने से ज्यादे समय से किसान, किसान विरोधी काले कानून को वापस करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं साथ ही देश के मजदूर संगठन भी निजीकरण के खिलाफ, लेबर कोड रद्द करवाने को लेकर भी निरंतर आंदोलनरत हैं।देश की सरकार लोगों की खून पसीने से पैदा की गई सरकारी संपत्ति को कौड़ियों के भाव पूंजीपतियों को लूटा रही खेती व मजदूरों के कानून को बदल कर किसान मजदूरों को गुलाम बनाने की साजिश रच रही है, जिसे देश की मेहनतकश आवाम हरगिज बर्दाश्त नहीं करेगी।
किसान सभा के जिलाध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर ने कहा कि भारत बंद में राष्ट्रीय मुद्दों के साथ स्थानिय मुद्दों सम्पति कर,जल कर रदद करने, गरीबों के बिजली बिल माफ करने,वन भूमि में काबिज सभी को वन भूमि का पट्टा देने,की मांग को भी प्रमुखता से उठाया जाएगा
किसान सभा के नेता दीपक साहू ने कहा कि भारत बंद में सभी विस्थापित परिवारों को रोजगार, चार गुना मुआवजा और पूर्ण विकसित बसाहट की भी मांग शामिल की जाएगी।
किसान सभा ने 27 सितंबर को बांकी मोंगरा में चक्काजाम की घोषणा करते हुए किसानों मजदूरों व्यपारियों नौजवानों से भारत बंद को सफल बनाने की अपील की है भारत बंद की सफलता के लिए किसान सभा के कार्यकर्ता गांव गांव में बैठक कर रहे हैं और पर्चे बांट रहे हैं।

“बी एन यादव की रिपोर्ट”

Leave a Reply

Your email address will not be published.