करोड़ो के शक्कर कारखाने का कार्यालय टीन शेड में संचालित, 7 साल में भी नही बना सके कार्यालय
कवर्धा। जिले का दूसरा शक्कर कारखाना बदहाल दिखाई दे रहा है। पंडरिया विकासखंड में जिले का दूसरा लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल सहकारी शक्कर कारखाना का निर्माण करोड़ो रुपये खर्च कर किया गया। लेकिन लचर प्रशासनिक व्यवस्था के चलते यहां अब तक पक्की कार्यालय का निर्माण नही हो सका है। करोड़ो का शक्कर कारखाना का निर्माण तो वर्तमान सरकार व अधिकारियों ने कर दिया, लेकिन करोड़ो का काम काज करने के लिए कार्यालय का निर्माण नही कर सके। इसके कारण शक्कर कारखाना का संचालन टीन के शेड में किया जा रहा है। फैक्ट्री के बाहर टीन शेड निर्माण किया गया है। जहां सभी का कार्यालय लगता है। जरूरी दस्तावेज भी इसी कार्यालय में रहते है। नए शक्कर कारखाना के कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारियों अधिकसरियो को काफी परेशानी ल सामना करना पड़ रहा है।
7 साल में नही बना कार्यालय
पंडरिया के शक्कर कारखाना का निर्माण वर्ष 2014 में किया गया। शक्कर उत्पादन तो शुरू कर दिया गया, लेकिन सात साल में यहां कार्यालय का पक्का निर्माण नही किया जा सका है। यहां कार्यालय के लिए जमीन तो तय कर लिए गया है। लेकिन कार्यालय निर्माण सात सालों में नही किया जा सका है। इसके कारण टीन शेड में कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
कार्यालय में कर्मचारी हो रहे बेहाल
शक्कर कारखाना में साल में हर माह काम रहता है। कर्मचारियो को ऑफिस में बैठकर प्रतिदिन काम करना पड़ता है। टीन शेड से कार्यालय बने होने के कारण कर्मचारियो को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ता है। गर्मी के दिनो में यहां बैठक काम करने में सबसे अधिक परेशानी होती है। टीन धूप में अधिक गर्म हो जाता है और गर्मी के कारण यहां बैठ पाना संभव नही हो पाता जबकि गर्मी के दिनों में ही अधिक काम करना पड़ता है।
“दीपक कुमार की रिपोर्ट”