दूसरे की जगह इग्जाम देते पकड़ाया मुन्ना भाई,धोखाधड़ी के मामला दर्ज
”संजय चौबे”
रायपुर।राजधानी में दुसरे की जगह इग्जाम दे रहे एक मुन्ना भाई पकड़ा गया है।आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध कायम कर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
मिली जानकारी के मुताबिक रूपेश वर्मा पिता श्रवण कुमार वर्मा उम्र 32 वर्ष पता कुशालपुर आदिवासी कालोनी सिन्हा भवन के पास थाना पुरानी बस्ती रायपुर का निवासी ने डीडीनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि प्रार्थी0 टाटा कर्न्सन टेन्सी में ऑपरेसन ऐजेकटीव के पद पर पदस्थ है। उसकी कंपनी का काम स्टेट व सेट्रल गर्वमेंट के साथ प्राइवेट कंपनियो के इन्ट्रेन्स एक्जाम और भर्ती परीक्षा का काम करती है।05 जून 2022 को IDZ Sarona कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ESIC) मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) चपरासी का MAINS EXAM आयोजित किया गया था। जिसमें वह केन्द्र अध्यक्ष था उसके अंदर में 221 छात्र परीक्षा दे रहे थे, उनको वेरीफाई करने के लिए 15 (invigilator) तथा कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिनस्थ असिस्टेन्ट डायरेक्टर दिनेश श्रीवास के साथ रामअवतार मीणा, संकल्प नन्दा, मोहित देवांगन एंव पी के साहू थे। इग्जाम में दिनेश कुमार पिता चौवा यादव निवासी गांव मरसंधा तहसील रतनी फरीदपुर जिला जहानाबाद बिहार Roll No 1463000002 जो कि ओबीसी/ पी डब्लू डी (B- Deaf hard of Hearing) केटेगीरी में आता है परीक्षा 05 जून को दोपहर 02-00 से 04- बजे तक थी। इस दौरान परीक्षा Document verification के दौरान प्रवेश पत्र की फोटो मतदाता परिचय पत्र की फोटो चेक किया गया। जिसमें मतदाता फोटो परीक्षार्थी के फोटो से मेल खाती दिखी, परन्तु EXAM देने आया व्यक्ति से ये मेल नही खाता दिखा,जिससे विक्षक (invigilator) गौरीशंकर यादव ने पकड़ा और कई बार पूछने पर भी नही बताया ये सब कार्यवाही प्रार्थी के द्वारा ESIC Obsarver दिनेश श्रीवास वैन्यु आफिसर के सामने करायी गई Obsarver Sir ने भी इनसे कई बार पूछा के ये फोटो और Admit Card में जो फोटो नजर आ रहा है ये तुम्हारा ही है। इस पर इग्जाम दे रहा व्यक्ति ने हां में जवाब दिया। ओबसरवर ने व्यक्ति से एक सादे पेपर पर self declertion लिखवा के परीक्षा देने की अनुमति दे दिया। जो कि form a में लिखा गया है Obsarver ने EXAM होने के बाद फिर से पूछताछ कि तो तब उस परीक्षा देने वाले ने ये कबूला है वह दिनेश यादव के जगह EXAM देने आया है। और प्री एक्जाम भी वह दिनेश के जगह दे चूंका है। जांच पर यह पाया गया कि दिनेश यादव के जगह पर मनीश श्रीवास डीडीनगर रायपुर के द्वारा एक्जाम दिया गया जो धोखाधड़ी की श्रेणी में आता है।