राजीवलोचन भगवान ने छक्कर खाया 56 भोग
”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। पंच पर्व दीपावली के अवसर पर अन्नकूट का पर्व राजीवलोचन मंदिर में धूमधाम के साथ मनाया गया। इस मौके पर भगवान राजीवलोचन को छप्पन भोग का प्रसाद भोग लगाया गया जिसे भगवान ने छक्कर ग्रहण किया। मंदिर के पुजारी शिव सिंह ठाकुर, चंद्रभान सिंह ठाकुर, महेंद्र सिंह ठाकुर, सनत कुमार ठाकुर, बैकुंठ ठाकुर, हर्ष ठाकुर, सूरज सिंह ठाकुर, भारत ठाकुर, श्रवण ठाकुर, तुषार ठाकुर, विजय ठाकुर तथा मंदिर के पुरोहित पंडित विजय शर्मा, पंडित रुपेश तिवारी, पंडित संतोष शर्मा ने बताया कि प्रतिवर्ष अन्नकूट पर्व के अवसर पर भगवान राजीवलोचन को छप्पन भोग का प्रसाद खिलाया गया जिनमें प्रमुख रूप से अनेरसा,पीडिया चौसेला,पपची,खाजा,ठेठरी,खुरमी जैसे स्वादिष्ट व्यंजन भगवान को समर्पित किया गया। बताया गया कि अन्नकूट के दिवस भगवान कृष्ण ने गोवर्धन पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर पुरवासियों की रक्षा किया था तब से प्रकृति पूजा को श्रेष्ठ माना गया और भगवान को नाना प्रकार के भोज्य पदार्थ देकर खुशी का इजहार किया गया था। उल्लेखनीय है कि यह 56 प्रकार के भोग भगवान के ग्रहण करने के बाद बचा हुआ सामग्री भक्तों में प्रसाद के रूप में बांटा गया। जिन्हें प्राप्त करने के लिए बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित हुए। मंदिर का महामंडप स्वादिष्ट भोज्य पदार्थ के व्यंजनों से हाल में भरा हुआ था। दृश्य को देखकर लोग रोमांचित हो रहे थे तथा छप्पन भोग के सुगंध दूर तक जा रहे थे और लोग चर्चा कर रहे थे की नजदीक जाने पर का दृश्य कैसा होगा और लोग दौड़े हुए चले आए तथा देखते ही देखते मंदिर प्रांगण भक्तों से भर गया तथा प्रसाद पाकर ही वापस घर को लौटे। बताना जरूरी है कि भगवान राजीवलोचन में यहां भोग लगाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है जिसके परिपालन में यह भोग प्रसाद लगाकर भगवान को समर्पित किया गया।