कटघोरा वासियों के लिए राहत भरी खबर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में शुरू हुआ ऑक्सीजन प्लांट
कोरबा। कोरोना की तीसरी संभावित लहर सहित दूसरी बीमारियों से जूझ रहे कटघोरा के मरीजों और सड़क दुर्घटना में घायल हुए लोगों की जान बचाने के लिए राहत की बड़ी खबर आई है। कटघोरा विकासखण्ड मुख्यालय के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अब 24 घंटे चलने वाला ऑक्सीजन प्लांट मरीजों के लिए चालू हो गया है। इस प्लांट की स्थापना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के परिसर में ही की गई है। यह यूनिट प्रेशर स्विंग एब्जारशन टेक्नोलॉजी (पीएसए) पर आधारित है। इस यूनिट में लगे उपकरण वायुमण्डल की हवा को खीचंकर उसमें मौजूद ऑक्सीजन को कंसन्ट्रेट करते हैं। इस शुद्ध ऑक्सीजन को फिर पाईपलाइन के माध्यम से मरीजों तक पहुंचाया जाता है। कटघोरा के खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ. रूद्रपाल सिंह कंवर ने बताया कि डीआरडीओ द्वारा विकसित तकनीक पर आधारित इस ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना में राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण का भी सहयोग है। इस प्लांट की क्षमता 250 लीटर प्रतिघंटा ऑक्सीजन उत्पादन की है। इसके साथ ही इस ऑक्सीजन को संयंत्र से जुड़े टैंक में स्टोरेज भी की जा सकता है। डॉ. रूद्रपाल ने बताया कि यह विकासखण्ड की पहली ऑक्सीजन यूनिट है। इसके व्यवस्थित संचालन के लिए स्थानीय मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित भी किया गया है। इस प्लांट से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में अभी 20 बिस्तरों सहित प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थियेटर में भी मरीजों की जान बचाने ऑक्सीजन आपूर्ति करने में सुविधा होगी। डॉ. कंवर ने बताया कि भविष्य में इस प्लांट से ही 30 और बिस्तरों तक ऑक्सीजन सप्लाई में बढ़ोत्तरी की जा सकेगी। डॉ. कंवर ने यह भी बताया कि अस्पताल में पहले से लगी लगभग 100 मीटर गैस पाईप लाइन के साथ लगभग 70 मीटर नई पाईप लाइन भी लगाई गई है ताकि मरीजों तक आसानी से उचित दबाव की ऑक्सीजन पहुंचाई जा सके। ऑक्सीजन प्लांट को लगातार चलाने के लिए नया डीजी सेट भी लगाया गया है।
कटघोरा निवासी राधिका डिक्सेना ने अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो जाने पर खुशी जाहिर की है। उन्होंने बताया कि अब इस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से किसी भी मरीज की जान नहीं जाएगी। डिलवरी के दौरान किसी भी आपात स्थिति में जच्चा-बच्चा को जरूरत पड़ने पर अब तत्काल ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगी। श्रीमती राधिका ने कहा कि कटघोरा बिलासपुर-अम्बिकापुर कोरबा हाईवे पर महत्वपूर्ण जगह है और इस हाईवे पर होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के घायलों को भी सबसे पहले इसी अस्पताल में लाया जाता है। अब ऑक्सीजन की सुविधा बढ़ जाने से ऐसे सड़क दुर्घटना में घायल लोगों की जिंदगी बचाने में भी इस अस्पताल का महत्व बढ़ जाएगा। अस्पताल में ईलाज की सुविधाएं बढ़ने से लोगों में भी विश्वास बढ़ेगा। कटघोरा निवासी संतोष साहू ने कहा कि सीएचसी में प्लांट शुरू हो जाने से अब ऑक्सीजन की जरूरत वाले मरीजों को जिला अस्पताल या बिलासपुर-रायपुर ले जाने की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। ऐसे मरीजों के ईलाज में ऑक्सीजन के कारण होने वाले खर्चे भी अब परिजनों को नहीं करने पड़ेंगे। इससे उनका समय और ईलाज का अतिरिक्त खर्चा भी बचेगा। इसके साथ ही समय पर सही ईलाज मिल जाने से मरीज की जान बचाना डॉक्टरों के लिए भी आसान होगा।
कटघोरा से लगे सुतर्रा में रहने वाले ओम प्रकाश डिक्सेना ने बताया कि बीमार होने पर कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ही सबसे नजदीक का अस्पताल है। किसी भी एमरजेंसी में लोग मरीजों को सबसे पहले यहीं ईलाज के लिए लाते हैं। अब इस अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन सुविधा के लिए प्लांट लगना बड़ी उपलब्धि है। इस प्लांट के लग जाने से मरीजों की जान बचाने में तो बहुत मदद मिलेगी साथ ही आसपास के 100 से अधिक गांवो के लोगों को आपातकालीन स्थिति में ईलाज की अच्छी सुविधा भी मिलेगी जिससे सरकारी अस्पतालों पर लोगों का विश्वास बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि निश्चित ही इस प्लांट के शुरूआत होने से हमें औद्योगिक प्लांट एवं अन्य दूसरें जिलों से ऑक्सीजन की आपूर्ति से भी राहत मिलेंगी।
“बी एन यादव की रिपोर्ट”