रेत माफिया बेधड़क अवैध रेत खनन करके सरकारी खजाने को पहुंचा रहे नुकसान- कोमल हुपेंडी
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने प्रदेश में धड़ल्ले से हो रहे अवैध उत्खनन को लेकर सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रशासन की नाक के नीचे पूरे छत्तीसगढ़ में तटीय क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध रेत खनन का काम चल रहा है। रायपुर, बिलासपुर, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, कोरबा, रायगढ़, जशपुर, मुंगेली, बस्तर, जगदलपुर, धमतरी, महासमुंद जिलों में प्रतिदिन दिनदहाड़े जेसीबी से अवैध रेत का दोहन किया जा रहा है।”आप” प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश में अवैध रेत खनन करने वालों के हौसले इतने बुलन्द हैं कि वह पोकलेन मशीन जेसीबी मशीन जैसी बड़ी-बड़ी मशीनों का बेख़ौफ़ उपयोग कर ट्रक, ट्राला, ट्रेक्टर चला रहे हैं। राज्य में बिना रायल्टी के रेत का अवैध परिवहन किया जा रहा है और रायल्टी के नाम से अवैध वसूली की जा रही है। राज्य में रेत का अवैध खनन लगातार जारी है। रेत माफिया प्रति ट्रक 14 हजार से 15 हजार रुपये तक में रेत बेच रहे हैं।कोमल हुपेंडी ने बताया कि आमतौर पर नदियों से होने वाले अवैध और अवैज्ञानिक रेत खनन को पर्यावरण और जलीय जीवों पर खतरे के रूप में देखा जाता है। लेकिन इसका एक और स्याह पक्ष भी है, जो न तो सरकारी फाइलों में दर्ज होता है और न कहीं इसकी सुनवाई होती है। ये है रेत खनन के चलते हर साल जान गंवाने वाले लोग इसका ताजा उदाहरण सिल्दा नेवरा कोहफा ग्राम पंचायत में अवैध रेत खनन से बने तालाब ने एक मासूम की जान ली है। मासूम एक दिन पूर्व से लापता था घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर पुलिस ने खुद शव को खदान से बाहर निकाला।”आप” प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अंतरराज्यीय रेत तस्कर गिरोह के सामने सरकार और प्रशासन बेबस है। आलम यह है कि प्रतिबंध लगने के बावजूद राज्य में अवैध तरीके से रेत खनन जारी है। इसकी बानगी हम इस प्रकार से समझ सकते हैं कि सरकार की शह पर नदी किनारे अवैध रेत खनन का अवैध भंडारण स्थल बना लिया गया है। जहां से बड़े-बड़े हाइवा में लोड कर यूपी-एमपी तक आपूर्ति करते हैं। बावजूद प्रशासन की नजर इस पर नहीं पड़ती।