कैशियर की रुपये से भरा बैग देखकर नियत डोली, 10 लाख रुपये लूट लेने की रच डाली झूठी साजिश
रायुपर। राजधानी रायपुर में सोमवार को 10 लाख रुपये तीन अज्ञात बदमाशों द्वारा लूट लेने का मामला झूठा निकला। प्रापर्टी डीलर के कैशियर ने रुपये गबन करने के लिए अपने भतीजे साथ मिलकर लूट की झूठी साजिश रची थी। पुलिस ने आरोपी और उसके भतीजे के निशानदेही पर 9 लाख रुपये बरामद कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक प्रापर्टी डीलर का कैशियर आकाश यादव ने गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात बदमाशों ने उससे 10 लाख रुपये लूट लिए है। आकाश यादव ने पुलिस को बताया था कि सोवार को वह प्रापर्टी डीलर के यहां कैशियर का काम करता है। 9 मई को सुबह 10 लाख रुपये लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था। फाफाडीह चूना भट्ठी एक्सप्रेस-वे सर्विस रोड पर तीन अज्ञात बदमाशों ने उसे रोककर उसे हाथ मुक्के से मारा व गाड़ी का चाबी छीन लिए और डिक्की में रखे 10 लाख रुपये निकाल कर भाग निकले। विरोध करने पर आरोपियों ने उसे नैल कटर से मारा लेकिन वह बच गया उसे सिर्फ पीठ पर ही खरोंच आया,आरोपियों ने हाथ मुक्के से भी मारा व वहां से भाग निकले। भागते समय एक बदमाश प्लेटिना बाइक से भागा तथा दो आरोपियों को दिवाल फांदकर भागे।आकाश के बयान पर पुलिस को संदेह था आकाश यादव ने जिस जगह पर लूट की घटना होना बताया था। वहां से लोगों का आना—जाना लगा रहता है वहीं जिस छत के रास्ते से 2 बदमाशों के भागने बात कही थी,उस घर की महिलाओं से पूछताछ करने पर उन्होंने पुलिस को बताया कि छत से सीधे नीचे उतरने के लिए सीढ़ी है जो घर के आंगन में उतरता है और कोई रास्ता नही है। घटनास्थल के आस—पास भी लूट के बारे में पुछताछ करने भी किसी को भी घटना की जानकारी नही थी,आरोपी ने पुलिस को बताया था कि घटना के समय उसने मदद के लिए लोगों को पुकारा था लेकिन किसी ने उसकी मदद नही की। सारी बाते आरोपी के झूठ की ओर इशारा कर रहा था और आरोपी की बातों पर पुलिस को पहले ही संदेह था। पुलिस ने जब आकाश से कड़ाई से पूछताछ की तब उसने सारा सच उगल दिया। उसने कबूल कर लिया कि रुपये के लालच में उसने अपने भतीजे के साथ मिलकर सारी साजिश रची थी। आरोपी और उसके भतीजे के निशानदेही पर 9 लाख रुपये बरामद हो गए है। आरोपियों से अभी पुछताछ की जा रही है।