मजदूर नेता पतिराम साहू की प्रतिमा गुमनामी की बहा रहे आंसू,चबूतरे पर काली पेंट से किया शरारत

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”संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम । गोबरा नवापारा शहर गंज मंडी के सामने मजदूर नेता पतिराम साहू की प्रतिमा लगी हुई है। प्रतिमा अभी भी साफ-सुथरी एवं संगमरमर की प्रतीत हो रही है परंतु इनके चबूतरे पर लगी हुई प्लेट उखड़ गए हैं। नीचे किसी शरारती तत्वों ने काली पेंट पर लिखकर शरारत किया है इसके अलावा इस मूर्ति की रखरखाव नहीं होने से इनके आसपास गंदगिया स्पष्ट रूप से दिख रही है। प्रतिमा के नीचे रेत का ढेर है। उल्लेखनीय है कि यह प्रतिमा किसकी है यह भी पता नहीं चल रहा है हमने फेसबुक पर लिखकर भेजा तब किसी ने बताया कि यह मजदूर नेता पतिराम साहू की प्रतिमा है। चूंकि प्लेट उखड़ने के बाद यह पता ही नहीं चल रहा है कि इनकी स्थापना कब की गई तथा किसकी है। कहना होगा कि जब उनकी प्रतिमा स्थापित की गई तब लोकार्पण में एक बड़ा सा कार्यक्रम हुआ होगा जिसमें स्थानीय विधायक या फिर मंत्री को बुलाया होगा उनके ही करकमलों से प्रतिमा का ओपनिंग हुआ होगा तब पूरा नवापारा नगर इनकी जय जयकार किया होगा और इस मजदूर नेता को सम्मान मिला होगा परंतु वर्तमान में इनके रखरखाव नहीं होने से गुमनामी की आंसू बहा रहा है। आने जाने वाले लोगों की नजरें इस प्रतिमा पर पड़ती है तो वह पूछ पड़ते हैं कि यह कौन हैं। परंतु उन्हें सही जवाब नहीं मिल पाता है। उल्लेखनीय है कि शहर में पिछले पांच सालों में दर्जन से भी अधिक महापुरुषों की प्रतिमा चौक चौराहों पर प्रतिष्ठित किया जा चुका है जिससे नगर की शोभा बढ़ी है किंतु मजदूर नेता की प्रतिमा पर किसी की चिंता नहीं होना सबसे बड़ी चिंता का कारण बन गई है। हां यह बात जरूर है कि राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस पर इस प्रतिमा के सामने झंडा जरूर फहराया जाता है साल में दो बार ही इस प्रतिमा के पास साफ सफाई होती है बाकी छ: छ: महीने के लिए गुमनामी की जिंदगी जीने प्रतिमा मजबूर है।

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