माता-पिता की हत्या करने वाले किशोर ने फांसी लगाकर दे दी जान
बिलासपुर । माता -पिता की हत्या के बाद किशोर फांसी लगाकर जान दे दी । मिली जानकारी के मुताबिक मां और पिता की हत्या के बाद बाल संप्रेक्षण गृह में रखे गए एक 17 वर्षीय किशोर को मानसिक स्थिति खराब होने पर राज्य मानसिक चिकित्सालय में भर्ती किया गया था। वहां किशोर ने बाथरूम में अपने तौलिया से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। इसकी सूचना पर पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है। कोनी थाना प्रभारी सुनील तिर्की के अनुसार सरगुजा जिले के उदयपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले 17 वर्षीय किशोर ने गुस्र्वार की रात राज्य मानसिक चिकित्सालय के बाथरूम में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। अस्पताल के कर्मचारियों ने इसकी सूचना कोनी पुलिस को दी। घटना की सूूचना पर पुलिस ने अंबिकापुर के बाल संप्रेक्षण गृह के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। साथ ही उसके परिजनों को भी घटना की जानकारी दी गई है। शुक्रवार की सुबह अधिकारियों की मौजूदगी में पुलिस ने शव कब्जे में लिया है। शनिवार को न्यायिक मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा। पूछताछ में पता चला कि किशोर तीन मार्च को अपनी मां और पिता की हत्या कर घर में ही दफना दिया था। उसकी बड़ी बहन अपने पति के साथ जब मायके पहुंची तो मामले की जानकारी हुई। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग को गिरफ्तार कर अंबिकापुर के बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया। बाल संप्रेक्षण गृह में किशोर की मानसिक स्थिति खराब हो गई। इसके कारण उसे अंबिकापुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान उसके स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ। इसके कारण उसे राज्य मानसिक चिकित्सालय रेफर किया गया था। आरोपी मां और पिता की हत्या करने के बाद उसे अंदर से पछतावा था। कई बार किशोर खुद को चोट पहुंचा चुका था वहीं वह बाल संप्रेक्षण गृह में रह रहे दूसरे बच्चों पर भी हमला कर देता। इसके कारण उसकी मानसिक स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। उसका अंबिकापुर में उपचार चल रहा था लेकिन उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। इसके बाद उसे सात मई को राज्य मानसिक चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। यहां पर भी उसने आत्महत्या का प्रयास किया। इसके बाद उस पर निगरानी रखी जा रही थी। गुस्र्वार को वह बाथरूम गया। वहां उसने अपने तौलिया से फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली।