सारे वचन को जिसने निभाया वो राम है, हैबोरसी के हास्य कवि सम्मेलन में खूब चले व्यंग्य तीर

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम। ग्राम बोरसी में नवयुवक दुर्गोउत्सव समिति बजरंग चौक द्वारा हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम अतिथियो के द्वारा माँ शेरावाली के चित्र में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित किया गया। जिसमें प्रमुख रुप से प्रदेश के नामचीन कवियों ने शिरकत की। अर्ध रात्रि तक चले हास्य कवि सम्मेलन में देश भक्ति, हास्य व्यंग्य के तीर तथा बेटियों के सम्मान एवं गीत ने शानदार माहौल बनाया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व उपसरपंच रोशन लाल साहू ने कहा कि कवि अपने कल्पनाओं को गीत कविता के माध्यम से अपना विचार समाज के सामने रखते हैं जिससे समाज का नव निर्माण होता है। सामाजिक कार्यकर्ता प्रहलाद साहू ने कहा कि साहित्यिक आयोजन का हमारे ग्राम में होना खुशी की बात है लोगो को साहित्य से हमेशा जुड़े रहना चाहिए। पूर्व सरपंच सकुन साहू ने कहा कि अगर हमें अपने जीवन को सुंदर बनाना है तो साहित्य को अपनाना होगा। अध्यक्षता कर रहे हुमन लाल साहू ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि कवि की कल्पना शक्ति ही साहित्य सृजन की पहली सीढ़ी है। गीतकार मकसूदन साहू बरीवाला ने अपने चिर परिचित अंदाज में कोकोकोला पेप्सी से दूर रहकर सात्विक जीवन पर आधारित कविता पढ़कर सम्मेलन की शुरूवात की। उन्होंने धार्मिक सद्भाव एवं एकता को प्रदर्शित करते हुए बरी पर कविता प्रस्तुत कर खूब तालियां बटोरी। चुटकुलेकार गोकुल सेन ने हास्य व्यंग्य पर कविता पढ़कर हास्य के तीर छोड़े। उन्होंने संस्कृति और संस्कार की बात कर माहौल बना दिया कहा कि का बतावंव रे मोर संगी कहां मोर संस्कृति नंदागे। धर्म नगरी राजिम के युवा शायर जितेन्द्र सुकुमार साहिर ने शायराना अंदाज में नज़्मों एवं ग़ज़़लों से श्रोताओं को वाह वाह कहने के लिए मजबूर कर दिया। प्रस्तुत है नज़्म के कुछ अंश- नेकी का पाठ जिसने पढ़ाया वो राम हैं,सारे वचन को जिसने निभाया वो राम हैं।पत्थर भी तैरते है यहाॅं जिनके नाम का,सागर में रसता जिसने बनाया वो‌ राम हैं। सुन सभी जय जय श्री राम कहने लगे। चौबेबांधा से पहुंचे हास्य कवि संतोष कुमार सोनकर मंडल ने हास्य टुकड़िया देकर लंबे समय तक गुदगुदाते रहा। उनकी व्यंग्य रचना देखिए-हमने एक राजनेता से राजनीति का अर्थ पूछा, उन्होंने पाक साफ शब्दों में बताया, जिन्होंने राज के बदौलत नीति को पछाड़ा है असल अर्थ में वही राजनीति का खिताब पाया है। उन्होंने बेटी पर भी शानदार कविता पढ़कर सम्मान किया। कवि सम्मेलनकार्यक्रम का संचालन युवा कवि डॉ मोती लाल साहू ने किया। उन्होंने अपने शेरो शायरी से श्रोताओ को एक सूत्र में देर रात तक बांधे रखा। कार्यक्रम को सफल बनाने मे लाला साहू ,लोकेश ईश्वर सिन्हा नरेंद्र ,नीलकंठ, मोहन पटेल, दानेश्वर ,किशन ,नीता,, दुलारी, अंगद,आदि का विशेष सहयोग रहा।।

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