मणिपुर घटना के बाद कल आदिवासी समाज का कांकेर बंद का आव्हान
कांकेर। पिछले 80 दिनों से मणिपुर जल रहा है जिसको लेकर आदिवासी समाज की युवतियों ने रैली निकाल जमकर नारे बाजी कर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाये। साथ ही सोमवार को इसके विरोध में कांकेर जिला बंद का आव्हान भी किया गया है।
बता दें कि पिछले दिनों मणिपुर में आदिवासी समुदाय की दो महिलाओं को सरेआम निर्वस्त्र कर घुमाये जाने की घटना को लेकर आदिवासी समाज में काफी आक्रोश है, घटना के विरोध में सर्व आदिवासी समाज के द्वारा 24 जुलाई को जिला बंद का आह्वान किया गया है। सर्व आदिवासी समाज के युवाओं ने रविवार को मणिपुर घटना के विरोध में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। पीएम मोदी, अमित शाह, मणिपुर के मुख्यमंत्री व भाजपा के अन्य नेताओं के पुतलों को जूतों का हार पहनाकर पुतला दहन कर जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन में समाज की युवतियां भारी तादात में शामिल हुई। सोमवार को एकदिवसीय जिला बंद को लेकर कलेक्टर के नाम प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा गया।
सर्व आदिवासी समाज द्वारा प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार की गलत नीतियों के कारण मणिपुर में आदिवासी समाज बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। मणिपुर में घटित हृदय विदारक घटना से सर्व आदिवासी समाज सदमे में है। इन सबको देखते हुए ऐसा लग रहा है कि लोकतंत्र की गरिमा के लिए चुनकर भेजे गये विधायक सांसद व जनप्रतिनिधियों में कोई प्रतिक्रिया नहीं होने के कारण समाज को अपनी अस्मिता बचाने के लिए सड़क की लड़ाई लड़ने बाध्य होना पड़ रहा है। मणिपुर की घटना के विरोध में समाज की संभाग स्तरीय बैठक हुई। जिसमें 24 जुलाई को संभाग स्तरीय एकदिवसीय बंद का निर्णय लिया गया है। आज सोमवार को कांकेर जिले के सभी ब्लॉक बंद रहेंगे।