महिला बाल विकास मंत्री ने बस्तर में आंगनबाड़ियों का किया औचक निरीक्षण,अव्यवस्था पाए जाने पर सुपरवाइजर और समूह पर कार्रवाई के दिए निर्देश
जगदलपुर । महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेड़िया दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर हैं। प्रवास के दूसरे दिन श्रीमती भेंड़िया ने बस्तर जिले के आंगनबाड़ियों का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने आंगनबाड़ियों का अवलोकन कर सरकार की योजनाओं का मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन का जायजा लिया। श्रीमती भेंड़िया ने कहा है कि महिलाओं और बच्चों के पोषण स्तर में सुधार सरकार की प्राथमिकताओं में है। राज्य सरकार बस्तर क्षेत्र को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।
श्रीमती भेंड़िया ने विकासखंड लोहण्डीगुड़ा टाकरागुड़ा आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान अव्यवस्था पाए जाने पर सुपरवाइजर को तत्काल सस्पेंड करने और समूह को नोटिस जारी कर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा है कि अधिकारियों-कर्मचारियों द्वारा शासकीय योजनाओं का लाभ हितग्राहियों तक पहुंचाने में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। लापरवाही होने पर संबंधितों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। श्रीमती भेंड़िया विकासखण्ड तोकापाल के आंगनबाड़ी केंद्र करंजी भी पहुंची और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने यहां बच्चो को अपने हाथों से रेडी टू ईट खिलाया और अपनी मौजूदगी में बच्चों का वजन नाप करवाकर उनका पोषण स्तर देखा। श्रीमती भेंड़िया ने स्वच्छता पर जोर देते हुए महिलाओं और बच्चों के लिए भोजन तैयार करने के स्थान और स्टोर की साफ सफाई का जायजा लिया। इसके साथ ही श्रीमती भेंड़िया ने ग्राम पंचायत बास्तानार के आयतुपारा आंगनबाड़ी केन्द्र का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई और अन्य अव्यवस्थाओं को देखते हुए श्रीमती भेंड़िया ने अधिकारियों को व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए कहा है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग के संचालक श्रीमती दिव्या मिश्रा सहित संचालनालय के अधिकारीगण भी मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि मंत्री श्रीमती भेंड़िया के दौरे के पहले विभागीय संचालनालय के दो-दो अधिकारी बस्तर क्षेत्र के जिलों में मैदानी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन का जायजा लेने पहुंचे हैं। ये अधिकारी मैदानी क्षेत्रों में वस्तुस्थिति के आंकलन की रिपोर्टिंग श्रीमती भेंड़िया को करेंगे। रिपोर्ट के आधार पर महिला एवं बाल विकास मंत्री योजनाओं की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश देंगी।