विहंगमयोग आध्यात्मिक संस्थान द्वारा विश्व की अद्वितीय सद्ग्रंथ स्वर्वेद यात्रा निकाला गया
भानुप्रतापुर। भारतीय नव वर्ष के पावन अवसर पर विहंगम योग आध्यात्मिक संस्थान जिला कांकेर द्वारा पूरे ब्लाक में स्वर्वेद यात्रा निकाली गई ।संस्थान के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनेश्वर नाग ने जानकारी देते हुए बताया की स्वर्वेद विहंगम योग आध्यात्मिक संस्थान का प्रमुख ग्रंथ हैं यह विश्व का अद्वितीय सद्ग्रंथ हैं,विश्व की समस्त समस्याओं और विशंगतियो का निराकरण इस ग्रंथ में हैं इसका जन जन तक प्रचार प्रसार अत्यावश्यक है ,इस उद्देश्य से प्रतिवर्षानुसार भारतीय नव वर्ष पर विश्व व्यापी स्वर्वेद यात्रा आयोजित हैं इस यात्रा में शामिल होकर अपने आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त करे।भारतवर्ष, भारतीयता, भारतीय नववर्ष, भारतीय संस्कृति, भारतीय परम्परा, स्वर्वेद, विहंगम योग, स्वर्वेद, स्वर्वेद महामन्दिर,यह सब हम सब भारतीयों के लिए अपार गौरव का विषय हैं । इस गौरव को अक्षुण बनाये रखना, हम सभी भारतीयों का परम कर्त्तव्य है, इस क्रम में हम सब भारतीयों को भारतीय नववर्ष –
(दिनाँक:02अप्रैल2022, चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा, विक्रम संवत 2079, सदाफलाब्द 134)
आगे उन्होंने बताया की हमारे सदगुरु उत्तराधिकारी सुपुज्य विज्ञान देव जी महाराज ने कहा है स्वर्वेद शास्त्र ही नहीं बल्कि शस्त्र भी है ये चोट करता है हमारे अशुभ संस्कारों पर , ये चोट करता है हमारे अनियंत्रित विचारों पर और हमारे विवेक को जागृत रखता है ।स्वर्वेद सद्ग्रंथ की आवश्यकता मानवमात्र को है, इसलिए जन – जन तक, मन – मन तक, घर – घर तक स्वर्वेद पहुंचाना है, यह एक पुनीत कार्य है । मानवमात्र के प्रति हमारी यह एक महान सेवा है ।
इस पावन दिवस में हम सब स्वर्वेद सदग्रंथ एवम स्वर्वेद महामंदिर के व्यापक प्रचारार्थ स्वर्वेद–यात्रा का आयोजन कर रहे है। यात्रा की शुरुआत सर्वप्रथम महर्षि सदगुरु सदाफल देव आश्रम भानुप्रतापुर से विभिन्न ग्रामों जिसमे घोटा ,संबलपुर,धनगुडरा,बोगर , हाटकोंदल ,पैरेकोडो , कच्चे, साल्हे,इरागांव,होते हुए भानुप्रतापुर के सभी वार्डो से वापस महर्षि सदगुरु सदाफल देव आश्रम भानुप्रतापुर में समाप्त हुई।
इस अवसर पर मुख्य रूप से प्रदेश मीडिया प्रभारी मनेश्वर नाग,जिला संयोजक महेंद्र टांडीया ,अशोक ठाकुर ,मनोज पाड़े,शारदा टांडीया, आईआर साहू रोहित निषाद,भुवन निषाद, ईश्वर निषाद, लता पाडे ,सोहन लाल कुलदीप ,वेद प्रकाश वर्मा, बैसाखू राम उसेंडी,योगेश कचलाम,धनंजय टांडीया,माखन प्रजापति, युवन लाल पाङे,कुंदन प्रजापति,लता निषाद,निराशा रावटे,शुसिला उईके,ललिता भुवार्य, लक्ष्मी चौरसिया, कल्याणी निषाद,अनिल चुरेंद्र ,धनराज चुरेंद्र,राधे लाल, दयाबत्ती उइके,अजीत सोनवानी रैनु राम कोला ,जैलेंद्र,बिरेंद्र,रोमन उसेंडी एवम विहंगम योग संतसमाज के लोगो की भारी संख्या में उपस्थिति रही।