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सिंधौरी में विश्वकर्मा पूजा के लिए पहुंचे बड़ी संख्या में ग्रामीण

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“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”

राजिम। सिंधौरी में देव शिल्पी भगवान विश्वकर्मा की जयंती शनिवार को धूमधाम के साथ मनाई गई। पंडित भूपेश शर्मा के द्वारा मंत्रोचार किया गया तथा पूजा अर्चना के लिए ग्रामीण बड़ी संख्या में एकत्रित होकर विश्वकर्मा बाबा की जयकारा लगाते रहे। इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत सदस्य चंद्रशेखर साहू ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान विश्वकर्मा को देव शिल्पी के नाम से संबोधित किया जाता है उनके द्वारा ही देवी देवताओं के भवन,रथ,महल, हथियारों का निर्माण किया गया है। यहां तक कि उन्होंने ही रावण की सोने की लंका भी बनाई थी। भगवान विश्वकर्मा की पूजा अर्चना करने से व्यापार, कारोबार में काफी तरक्की मिलती है इसलिए इस दिन कल- कारखानों सहित भवन निर्माण आदि में काम करने वाले लोग खासकर बाबा की भक्ति में खो जाते हैं। मेरा सौभाग्य है कि आप लोगों ने मुझे याद कर विश्वकर्मा बाबा के दर्शन करने का अवसर प्रदान किया है जिसे मैं कभी भुला नहीं पाऊंगा।जिला पंचायत सदस्य रोहित साहू ने कहा कि विश्वकर्मा पूजा धर्म के प्रति श्रद्धा भावना को जन्म देती है। इससे राज मिस्त्रियों में एकता एवं संगठित होने का अवसर मिलता है। श्रम करने वाले इन कामगरो की कृपा है कि आज हम पक्की घरों में रहते हैं और चैन की नींद सोते हैं तेज धूप बरसात और ना जाने मौसम बार-बार परिवर्तित होता रहता है सभी को यह बिल्डिंग सहती है और हमें सुरक्षित रखती है इस काम में राज मिस्त्री के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर दोनों जिला पंचायत सदस्य ने राजमिस्त्री सोहन वर्मा का गुलाल लगाकर सम्मानित किया। बताना होगा कि इन्होंने खुद अपने हाथों से विश्वकर्मा बाबा की मूर्ति तैयार किए हैं। इस मौके पर उपस्थित अतिथियों को श्रीफल और वस्त्र भेंट किया गया। कार्यक्रम का संचालन संतोष कुमार सोनकर ने किया। प्रमुख रूप से सोहन वर्मा, घना राम वर्मा, घनश्याम साहू, लकेश साहू, टेकराम साहू, गेंद राम,चरण साहू, राधेश्याम साहू, याद राम साहू, टोमन यादव, किशन निषाद, धनेश, बोधन, कामेश्वर, नरोत्तम, लीलेश्वर, डलेश्वर, परस, एकलव्य, पुखराज, अमर, दुर्गेश, पुरुषोत्तम, प्रीतम, प्रताप, अशोक, लिखन, मोहित, नंदू आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।

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