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ऑल इण्डिया किसान खेत मजदूर संगठन ने हरियाणा में लाठीचार्ज से किसान शहीद के साथ देश में आंदोलन में शहीदों को श्रद्धांजलि दी

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कांकेर। पुरे देश के साथ छत्तीसगढ़ में भी ऑल इण्डिया किसान खेत मजदूर संगठन एवं ऑल इण्डिया डेमोक्रेटिक यूथ अर्गेनाईजेशन ने हरियाणा में लाठीचार्ज में किसान शहीद के याद में गांव शहरों में शहीद दीवस पालन किये।किसान शहीद सुशील काजल के साथ पूरे देश में आंदोलन में शहीद हुए सभी किसानों को श्रद्धांजलि देने शहीदों के याद में गांव शहरों में शहीद वेदी स्थापित कर शहीद दीवस पालन किये। शहीद वेदी पर माल्यार्पण एवं फुल चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी गई । हरियाणा के सरकार की बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज कि तिब्र निंदा की ।किसान शहीद सुशील काजल अमर रहे ,शहीद सुशील काजल जिन्दाबाद ,तुम्हारी खून की कतरा व्यर्थ ना जायेंगे ,हम लड़ेंगे हम जितेंगे ,कृषि कानून रद्द करो,बिजली बिल 2020अध्यादेश रद्द करो ,न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी करों ,लाठीचार्ज के दोषियो को कड़ी से कड़ी सजा दो ,घायलों का उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएं , शहीद किसान को एक कड़ोर ,घायलों को 50 ,लाख मुआवजा दो आदि गगन भेदी नारा लगा।ब्लॉक अध्यक्ष अजित मिस्त्री ने कहां की ये फांसीवाद, सम्राज्यवाद की तानाशाही बर्बरता से एक कदम आगे बढ़ के लाठीचार्ज कर हत्या कर रहे हैं।अंग्रेज साम्राज्यवादीयों की तत्कालीन पुलिस प्रमुख जनरल रेजिनाल्ड डायर ने ब्रिटिश सैनिकों को हुक्म दिये थे जबतक गोली खत्म ना हो वो गोली चलाते रहे ।जिसकी निंदनीयं घटनाओं से बरकर ये लाठीचार्ज किया गया है क्योंकि यह लोकतंत्रिक सरकार है और वो साम्राज्यवादीयों की सरकार थी। साम्राज्यवादी सरकार और लोकतांत्रिक सरकार कि कोई अंतर नहीं हैं।उस वक्त इस्ट इण्डिया की सुरक्षा कि सरकार थी ।आज देश में अदानी अम्बानी टाटा बिड़ला कार्पोरेट घराने की सुरक्षा कि सरकार है।उन्हें सुरक्षीत रखने की गारंटी करने के लिए देश की सरकार चल रही है।यह स्पष्ट नजर आ रहा है।ब्लॉक सचिव अनिमेष विश्वास ने कहां कि किसानों पर लाठीचार्ज ब्रिटिशों के उत्पीडन जूल्म की जख्मों को ताजा कर दी उस काल की याद दिलाता है। दर्जनों किसान जख्मी हुए हैं, कई के सिर फोड़े गए, हाथ पैर तोड़े गए। हम इस कुकृत्य की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। संगठन सरकार से मांग करता है कि किसानों पर लाठीचार्ज करने वाले सभी अधिकारियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। शहीद किसान को एक कड़ोर , घायलों को 50 लाख मुआवजा दि जाए।

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