माघी पुन्नी मेला में प्रतिदिन लेजर शो का आकर्षण

राजिम। माघी पुन्नी मेला में प्रतिदिन होने वाले लेजर शो आकर्षण बढ़ता जा रहा है। इसे देखने के लिए सायं 6 बजे से लोग मुख्यमंच के दर्शकदीर्घा में एकत्रित हो जाते है। जैसे ही मंच से लेजर शो के एनाउंसमेंट होते है लोग अपने-अपने मोबाईल के कैमरा को आन कर लेते है और पूरी विडियो कैप्चर करते हैं। शुरुआत में ही भगवान शिव शंकर की ताण्डव नृत्य के बोल डमड डमड…… के आवाज सुनते ही दर्शकों के मन मस्तिष्क शिव जी के चरणों में समर्पित हो जाते है। सुनहरे एवं सतरंगी लाईटों की रोशनी के साथ ही फोकस का जलवा देखने को मिल रहा है। कारीगरों ने एक-एक सेकण्ड का महत्व समझा है और बिना देर किये भूत, भविष्य, वर्तमान को चिन्हांकित किया है क्योंकि शिव का अस्तित्व सृष्टि के प्रारंभ से माना गया है। कहना होगा की छत्तीसगढ़ के प्रयाग भूमि राजिम में शिव की अनेक मंदिर है इनमें संगम के मध्य स्थित बाबा श्रीकुलेश्वरनाथ महादेव, तट पर भूतेश्वरनाथ महादेव, मामा-भांचा मंदिर, राज-राजेश्वरनाथ महादेव मंदिर, दान-दानेश्वरनाथ महादेव मंदिर, बाबा गरीबनाथ, सोमेश्वरनाथ महादेव समेत अनेक शिव मंदिर बने हुए है। इस कारण इसे छोटा कांशी भी कहा जाता है और इस लेजर शो में शिव जी की महिमा का गुणगान किया गया है। लेजर शो के माध्यम से छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा जनकल्याणकारी अनेक प्रकार की योजनाएं संचालित है, जिन्हे स्थान देकर शो में क्रियांवित किया गया है। ऐसे अनेक दृश्य दृष्टिगत होते है जो लोगों को खासा भा रही है। अंत में आतिशबाजी का नजारा देखते ही बनता है। बलौदाबाजार से आये सुखनंदन साहू, सुखेन यादव, महासमुंद के मोहनी साहू, राजिम के त्रिवेणी नाग कोपरा के पुरुषोत्तम ने बताया की हमने अपने जीवनकाल में लेजर शो राजिम माघी पुन्नी मेला में पहली बार देखें हैं। प्रदेश सरकार का यह कार्य अत्यंत सराहनीय है। इसी तरह से बड़ी संख्या में लोग इसे देखने के लिए पहुॅंच रहे है। इनके अलावा वाटशाॅप, यूट्यूब, फेसबुक आदि के माध्यम से लोग घर बैठे इनका आनंद उठा रहे है।