जनता को फुसलाने के लिए कुल 76 फीसदी आरक्षण का लॉलीपॉप दिखा रही भूपेश सरकार-डॉ. रमन सिंह
”नरेश भीमगज की रिपोर्ट”
कांकेर। भानुप्रतापपुर विधानसभा के उप चुनाव के मद्देनजर 25 नवंबर गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह चारामा क्षेत्र के ग्राम कोटतरा में भाजपा कार्यकर्ता सम्मेलन में पहुंचे। जहां पर डॉ. सिंह ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि भूपेश बघेल सरकार आरक्षण के नाम पर सभी वर्गों को झुनझुना पकड़ाने का काम कर रही हैं। आगे कहा कि मंत्रिमंडल की बैठक में आरक्षण पर जो प्रस्ताव पारित किया गया है, वह भूपेश बघेल सरकार की गोलमाल संस्कृति का नया प्रारूप है। यह प्रस्ताव जनता की आंखों में मिर्च पाउडर फेंकने का कुत्सित प्रयास है। मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों के खिलाफ सामने आ रहे जन विरोध और भानुप्रतापपुर उपचुनाव में बिगड़ी हालत से घबराई भूपेश बघेल सरकार ने जनता को फुसलाने के लिए कुल 76 फीसदी आरक्षण का जो लॉलीपॉप दिखाया है, वह केवल झाँसेबाजी है। धरातल पर यह टिक नहीं सकती। आरक्षण पर हाइकोर्ट के फैसले से कटौती के बाद कांग्रेस सरकार नकारा साबित हुई है। वह भाजपा सरकार द्वारा दिये गये और अपने कार्यकाल तक सुरक्षित रखे 32 फीसदी आरक्षण का बचाव नहीं कर सकी, बल्कि सुनियोजित तरीके से आदिवासी आरक्षण में कटौती करवा दी, जिससे आदिवासी समाज व्यथित और आक्रोशित है। जिससे निपटने के लिए सरकार ने नये सिरे से धोखेबाजी का तरीका निकालते हुए प्रस्ताव पारित किया गया है कि आदिवासी वर्ग को 32, ओबीसी वर्ग को 27, एससी वर्ग को 13 व सामान्य वर्ग के गरीबों को 4 फीसदी आरक्षण देने की बात कही गई है। कुल 76 प्रतिशत आरक्षण कैसे संभव है। यह संभव नहीं है, यह हकीकत सभी समझ रहे हैं। 32 फीसदी आदिवासी आरक्षण में कटौती के विरुद्ध कांग्रेस सरकार सुप्रीम कोर्ट से स्थगन नहीं ला पाई। इस सरकार ने 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण के विरुद्ध स्थगन लाने वाले को राज्यमंत्री के ओहदे से पुरस्कृत किया। जबकि उसे इस स्थगन के विरुद्ध ऊपर की अदालत में गंभीर प्रयास करने चाहिए थे। कांग्रेस सरकार ने आदिवासी आरक्षण कम करवाने वाले को भी उपकृत किया। यह सरकार आरक्षित वर्ग के साथ छल करती रही है। यह पहली बार नहीं है जब आरक्षण पर कांग्रेस धोखेबाजी का प्रयास कर रही है। जनता अब उनके झांसे में नहीं आएगी सभी यह समझ चुके हैं कि कांग्रेस आरक्षण विरोधी है। भूपेश बघेल खुद बेल में बाहर है और ब्रम्हानंद पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जन विरोध से घबराए भूपेश बघेल की एक और झाँसेबाजी ओबीसी, एसटी आरक्षण कटौती का इनाम देती है। राज्य सरकार सबको सिर्फ झुनझुना पकड़ा रही है। इस दौरान उनके व्दारा भानुप्रतापपुर विधानसभा में हो रहे उप चुनाव में आने वाले 5 दिसम्बर को मतदान कर भाजपा प्रत्याशी ब्रम्हानंद नेताम को वोट देकर प्रचण्ड बहुमत से विजयी बनाने की अपील की गई। सभा को रायपुर सांसद सुनील सोनी, कांकेर सांसद मोहन मण्डावी, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, प्रेम प्रकाश पाण्डे,पूर्व विधायक मोतीराम साहू, पूर्व विधायक देवलाल दुग्गा, महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत, पूर्व विधायक इन्दर सिंह चोपड़ा, विधायक रंजना साहू, जिलाध्यक्ष सतीश लाटिया, किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष पवन साहू, भरत वर्मा, पूर्व विधायक श्रवण मरकाम, भरत मटियारा, भाजपा मण्डल चारामा अध्यक्ष प्रकाश जोतवानी आदि ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान प्रमुख रुप से विजय मण्डावी, उमा देवी शर्मा, आलोक सिंह ठाकुर, नन्दकुमार ओझा, प्यारेलाल देवांगन, सुशील निषाद, अंकित जैन, भोजराज सोनी, देव कोसरिया आदि भाजपा के मण्डल पदाधिकारी सहित सभी शक्ति केन्द्रो के संयोजक, सह संयोजक सहित प्रभारी व कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन मण्डल महामंत्री ओमप्रकाश साहू ने किया।