ब्रेकिंग :- घोटिया में बुजुर्ग के अंधे कत्ल की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है बेटे व उनके साथी ही निकले हत्यारे
“नरेश भीमगज की रिपोर्ट “
कांकेर। पुलिस अधीक्षक कांकेर शलभ कुमार सिन्हा के निर्देशन में अति. पुलिस अधीक्षक अविनाश ठाकुर एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस डॉ. अनुराग झा के पर्यवेक्षण में थाना कांकेर पुलिस द्वारा 6 जनवरी को घोटिया में बुजुर्ग मृतक दरीयाब कुमेटी पिता स्व. कनेसिंग कुमेटी उम्र 62 वर्ष सा. घोटिया नाकापारा निवासी ग्राम घोटिया थाना कांकेर के हत्या के मामले में संलिप्त चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।पूरा मामला ग्राम घोटिया में एक बुजुर्ग तांत्रिक की हत्या का है जिसमें थाना कांकेर में 6 जनवरी को मृतक की पत्नि ने रिपोर्ट दर्ज करायी थी कि 5 जनवरी रात्रि करीब 12.30 बजे चार अज्ञात नकाब पोश लोगों ने मृतक को घर से खींचते हुए ले जाकर घर के पास के खेत में हत्या कर दिये हैं मृतक का शव पेड़ से लटका हुआ मिला है रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपीयों के विरूद्ध थाना कांकेर में अपराध क्र. 07/23 धारा 302, 201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।घटना की गंभीरता को देखते हुए कांकेर पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा ने थाना प्रभारी कांकेर के नेतृत्व में टीम गठित कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी हेतु महत्वपूर्ण निर्देश दिया था।विवेचना में घटना की परिस्थिति एवं मृतक के बैगा गुनिया होने के आधार पर आरोपीगण आसपास के ही के आशंका पर विवेचना का केन्द्र बिन्दु घटना स्थल से ग्राम घोटिया और आसपास के क्षेत्र को निर्धारित किया जाकर थाना कांकेर एवं सायबर सेल टीम द्वारा गांव में कैम्प कर एक एक कड़ी जोड़ कर बारिकी से विवेचना में लगातार ग्राम घोटिया में मृतक से संबंध रखने वाले लोगों एवं परिजनों से लगातार पुछताछ किया गया। पुछताछ मृतक के परिजन बार-बार बयान बदल रहे थे तथा तथ्यों को बदलकर प्रस्तुत कर रहे थे विवेचना में ज्ञात हुआ कि मृतक दरीयाब कुमेटी के द्वारा गांव के लोगों पर धौंस जमाने एवं ग्राम देवी देवता की अर्जी विनती को अपने तरीके से करने के कारण गांव के लोग मृतक का विरोध करते थे इस संबंध में गांव में समय-समय पर विवाद होता था जिसके कारण मृतक के बेटों को ग्रामवासी ताना मारते थे कि मृतक के कारण ही गांव में अशांति और झगड़ा होता था और इस कारण मृतक के आरोपी बेटे अपमानित महसूस करते थे । हाल ही में मृतक के द्वारा धान के फसल बिक्री कर मिले पैसों को अपने बेटों को देने से मना कर दिया था विवेचना में ज्ञात तथ्यों के आधार पर मृतक के परिजनों को तलब कर पुछताछ के दौरान मृतक के दोनों बेटे हर बार अपना कथन बदल रहे थे जिसके कारण मृतक के दोनों बेटों को एकत्र परिस्थितिजन्य साक्ष्यों विश्लेषण एवं दक्षता पूर्वक मनोवैज्ञानिक तरिके से पृथक-पृथक पुछताछ करने पर आरोपीयों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया और मृतक की ग्राम देवी देवता की अर्जी विनती अपने हिसाब से करने और लोगों पर धौंस जमाने के कारण गांव वाले बेटों को ताना मारने एवं हाल ही में धान बिक्री की रकम बेटों को नहीं देने कारण विवाद होने के तत्कालिक कारणों से मृतक के दोनों सगे बेटे आरोपी तुरसेन कुमेटी एवं नरसिंग कुमेटी ने अपने गांव के ही चचेरे भाई अजय कुमेटी व अन्य साथी सनत कुमार दुग्गा के साथ मिलकर हत्या करने की योजना बनाई शराब पीकर दिनांक 05.01.2023 रात्रि में मृतक के खेत के लाड़ी में पहुंचकर घर की बिजली को काटकर अंधेरे में अपने चेहरों को कपड़ो से ढककर मृतक के घर रात्रि 12.00 बजे पहुंचे और आवाज देकर बुलाये मृतक के बाहर निकलते ही घर का दरवाजा बाहर से बंद कर दिये और मृतक के मुंह को दबाकर खींचते हुये बोर के पास ले जाकर लकड़ी से सिर में प्रहार कर एवं रस्सी से गला घोटकर हत्या कर दिये एवं आत्महत्या का रूप देने के लिए पेड़ में लटका दिये थे और सभी अलग-अलग रास्ते से अपने अपने घर चले गये विवेचना के दौरान आरोपीयों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ किया गया इन्होने जुर्म स्वीकार किया आरोपीयों के कब्जे से प्रयुक्त रस्सी और डण्डा एवं पहचान छुपाने मुंह ढंकने में प्रयोग किया गया गमाडा एवं मोटरसायकल तथा घटना के समय आरोपीयों के पहने हुये कपड़ों को किया गया जप्त किया गया है आरोपीयों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा जा रहा है। मामले के खुलासे में थाना कांकेर के उपनिरीक्षक उत्तम तिवारी, सत्येन्द्र सिंह, भागवत चालकी, प्र. आर. अर्जुन मरकाम, ओमप्रकाश कुशान, सायबर सेल मनिराम भोई, पर्वत कौशल पोया, ढालसिंग गंगासागर, राकेश लकड़ा का महत्वपूर्ण योगदान रहा।