बृजमोहन ने उठाया अरपा भैसाझार परियोजना में देरी का मामला
रायपुर । बृजमोहन अग्रवाल ने आज विधानसभा में अरपा भैसाझार परियोजना का मामला उठाते हुए कहा कि अरपा भैसाझार परियोजना की अद्यतन स्थिति क्या है? परियोजना कितने प्रतिशत कार्य पूर्ण और अद्यतन कितना किया चुका है। 2018-19 परियोजना से कितनी सिंचाई हुई एवं वर्ष 2021-22 कितनी हुई है? परियोजना में पूर्ण रूपांकित सिंचाई क्षमता कितनी है वह कब तक विकसित हो सकेगी? परियोजना में क्या वांछित भू अर्जन किया जा चुका है, नही तो इसके लिये कौन जिम्मेदार है? परियोजना का फ्लोर ठीक लिया गया है। यदि हां इसे ठीक का व्यय शासन द्वारा वहन किया गया था या ठेकेदार द्वारा। परियोजना के फ्लोर क्षतिग्रस्त होने के लिए कौन जिम्मेदार हैं? कोई कार्रवाई की गई है?
कृषि मंत्री ने बताया कि अरपा भैसाझार परियोजना वर्तमान निर्माणाधीन परियोजना के बैराज का कार्य पूर्ण चुका है। नहर प्रणाली का कार्य 88 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है। शेष कार्य प्रगति पर है। परियोजना पर अद्यतन स्थिति में कुल राशि रू. 1051.13 करोड़ व्यय किया जा है। परियोजना से वर्ष 2018-19 में सिचाई नहीं की गई एवं नहर प्रणाली परीक्षण के वर्ष 2021-22 में 12800 हेक्टयर खरीफ सिंचाई की गई। परियोजना की रुपांकित सिंचाई 25000 हेक्टयर है। परियोजना से रुपांकित सिंचाई क्षमता को जून 2022 विकसित किये जाने लक्ष्य निर्धारित किया गया है। परियोजना वांछित अर्जन अधिग्रहण कार्य अधिकांशतः पूर्ण जा चुका मात्र 02 प्रकरणों में अवार्ड की कार्यवाही की जा रही है। भू अर्जन प्रकरणों अवार्ड पारित किये जाने की कार्यवाही में न्यायालयीन प्रकरण एवं महामारी Covid 19 के कारण विलंब हुआ। फ्लोर नहीं अपितु लॉन्चिंग एप्रन के कुछ क्षतिग्रस्त हिस्सो को ठीक कर लिया गया है, जिसका व्यय ठेकेदार द्वारा वहन किया गया है। निर्माण अवधि के दौरान अचानक बाढ़ के कारण क्षति हुई है।