ऐतिहासिक पुरानी कचहरी के आसपास चलाया गया,स्वच्छता अभियान
कांकेर। समाजसेवी संस्था ” जन सहयोग” द्वारा आज अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी के नेतृत्व में उत्साही समाजसेवी कार्यकर्ताओं के सहयोग से कांकेर की 109 वर्ष पुरानी ऐतिहासिक धरोहर कचहरी के आसपास स्वच्छता अभियान चलाकर साफ सफाई की गई। सन् 1912 में निर्मित महल नुमा दिखने वाली कचहरी आज कांकेर की जनता से ख़ामोश शब्दों में निवेदन कर रही है कि उसका जीर्णोद्धार किया जाए अन्यथा रियासत की अन्य पुरानी इमारतों ही तरह उसका भी जीवन समाप्ति की ओर है ।आज के साफ सफाई अभियान में कांकेर के तहसीलदार आनंद नेताम भी उत्साह पूर्वक शामिल हुए और उन्होंने जन सहयोग के नौजवान समाजसेवियों की प्रशंसा करते हुए उनके हौसले बुलंद किए। आज महात्मा गांधी का शहादत दिवस पुण्यतिथि भी है और सारे भारत में गांधी जी की प्रेरणा से स्वच्छता अभियान जारी है। समाजसेवियों ने कचहरी के अंदर स्थित पुरानी हवालात तथा उसके सामने शिव मंदिर, पीपल चौरा, नीम चौरा आदि की भी साफ-सफाई श्रद्धा पूर्वक कर दी। इस अवसर पर अपने संक्षिप्त किंतु प्रेरक भाषण में संस्था के अध्यक्ष अजय पप्पू मोटवानी ने उपस्थित लोगों को जानकारी दी कि कांकेर की पुरानी कचहरी सन् 1912 में निर्मित इमारत है, जो आज भी खड़ी है और उस ज़माने में इसे नगर पालिका कार्यालय एवं रियासती अदालत के रूप में कोलकाता से बुलाए गए कारीगरों द्वारा बनवाया गया था। उस समय राजा कोमल देव का शासन था एवं दीवान दुर्गा प्रसाद तिवारी थे। कचहरी के नीम चौरा में ही राजा तथा दीवान अपने अपने आसनों पर बैठकर मुकदमों की सुनवाई करते थे और वहीं आम जनता के सामने अपराधियों को कोड़े लगाए जाते थे। गंभीर अपराधियों को मृत्युदंड भी दिया जाता था और उन्हें नीम के पेड़ के नीचे सज़ा सुनाने के बाद वहीं से धक्के मारते हुए गढ़िया पहाड़ के ऊपर ले जाकर फांसी भाटा स्थल से नीचे धकेल दिया जाता था। कांकेर रियासत की सारी अदालती कार्यवाही पारदर्शी होती थी अर्थात जनता नीम चौरा के नीचे आकर सारी कार्यवाही देख और सुन सकती थी। कचहरी का एक बड़ा भाग जहां अभी सेनानी कार्यालय है, सन् 1935 में निर्मित है और कुछ अच्छी हालत में है, फिर भी पुरानी कचहरी का सन् 1912 वाला हिस्सा फौरन मरम्मत चाहता है, जिसके लिए हमारी जन सहयोग संस्था द्वारा कलेक्टर महोदय से निवेदन किया जाएगा ताकि इस पुरानी धरोहर की रक्षा हो सके। आज के सफाई अभियान में विशेष उल्लेखनीय रूप से भाग लेने हेतु संस्था के अध्यक्ष ने तहसीलदार कांकेर आनंद नेताम साहब तथा कांकेर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष मशहूर वकील नरेंद्र दवे जी को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया। अन्य समाजसेवी सहयोगियों के नाम इस प्रकार हैं,,,, अजय पप्पू मोटवानी, धर्मेंद्र देव, अनुराग उपाध्याय, वीरेंद्र श्रीवास्तव, संजय मंशानी, अरुण कौशिक, अमर मोटवानी, करण नेताम, आकाश चौरसिया, दिनेश मोटवानी, संजय सिंह ठाकुर, निखिल यादव, वेदांत शर्मा, शिव जशनानी ,यश मोटवानी, रौनक मोटवानी ,कार्तिक यादव आदि ने अपना प्रत्यक्ष उल्लेखनीय योगदान किया।