शिक्षा का स्तर बेहतर करने संयुक्त प्रयास करने पर कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने दिया जोर
धमतरी। ज़िले में संचालित सभी स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को यूनिफॉर्म दिया जाएगा। कलेक्टर पी.एस.एल्मा ने आज स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान जल्द से जल्द गुणवत्तायुक्त यूनिफॉर्म उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। ज़िला शिक्षा अधिकारी डॉ. रजनी नेल्सन ने बताया कि हाथकरघा विभाग से आगामी 30 नवंबर तक कक्षा पहली से आठवीं तक के लिए यूनिफॉर्म सिलाई कर मिलने की संभावना है। सभी बच्चों को यह यूनिफॉर्म मिले, यह सुनिश्चित करने के निर्देश कलेक्टर ने दिए। उन्होंने इसकी गुणवत्ता पर भी जोर दिया है। जिले में संचालित चारों स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूलों में संविदा और प्रतिनियुक्ति से भरे गए पदों की जानकारी देते हुए बताया गया कि 178 शासकीय, गैर शासकीय पदों में से 128 में नियुक्ति कर ली गई है और 35 पदों के लिए आवेदन 15 नवंबर तक मंगाए गए हैं। इसमें भी जल्द नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने पर कलेक्टर ने बैठक में बल दिया।
समीक्षा के दौरान बताया गया कि छत्तीसगढ़ महतारी दुलार योजना के तहत जिले में 239 विद्यार्थियों को लाभान्वित किया गया है। इसमें शासकीय स्कूलों में 146 और निजी स्कूलों में 93 बच्चे अध्ययनरत हैं। इनमें से 199 विद्यार्थियों के खाते में डीबीटी के ज़रिए छात्रवृत्ति हस्तांतरित की जा चुकी है। कलेक्टर ने योजना के तहत ऐसे सभी 17 बच्चे, जिन्हें दिए जाने वाली छात्रवृत्ति की राशि, खाता किसी कारणवश नहीं खोले जाने की वजह से नहीं मिली है, उनकी विकासखंडवार सूची उपलब्ध कराने कहा है, ताकि जल्द से जल्द उनका खाता खोल कर छात्रवृत्ति की राशि उनके खाते में डाली जा सके। कलेक्टर श्री एल्मा ने साथ ही निजी स्कूलों में पढ़ रहे ऐसे 93 बच्चों को भी ट्रैक कर सत्यापित करने के निर्देश सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को दिए हैं, जो महतारी दुलार योजना के तहत पात्र हैं।
बैठक में निजी स्कूलों में आरटीई के तहत प्रवेशित बच्चों की समीक्षा कलेक्टर ने की। उन्होंने आरटीई के तहत सभी सीट भरे जाए, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिससे कि शासन की मंशा अनुरूप गरीब तबके के बच्चे भी निजी स्कूलों में प्रवेश ले सकें। यह भी सुनिश्चित करने पर बैठक में कलेक्टर ने बल दिया कि इसकी सतत मॉनिटरिंग की जाए कि यह बच्चे नियमित तौर पर स्कूल आ रहे हैं। बैठक में कलेक्टर ने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निःशुल्क गणवेश वितरण की समीक्षा भी की। बताया गया कि इस साल कक्षा पहली से आठवीं तक के 76 हजार 430 बच्चों को दो-दो जोड़ा यूनिफॉर्म उपलब्ध कराया गया है। इसी तरह इस शैक्षणिक सत्र में पहली से दसवीं तक के एक लाख 39 हजार 208 बच्चों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तक प्रदाय किया गया है। इस अवसर पर कलेक्टर ने अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का जाति प्रमाण पत्र बनाए जाने की प्रगति की जानकारी लेते हुए निर्देश दिए कि इसके लिए सतत मॉनिटरिंग करते रहें।
इस मौके पर कलेक्टर ने राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत वर्ष 2018-19 से अब तक स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने सभी विकासखंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिन 27 स्कूलों में 28 निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सके हैं, उनकी सतत मॉनिटरिंग कर उन्हें जल्द से जल्द पूरा कराएं। बैठक में अटल टिंकरिंग लैब की अद्यतन स्थिति की जानकारी देते हुए बताया गया कि 10 स्कूलों में लैब पूरा बना लिया गया है। कलेक्टर ने पढ़ना-लिखना अभियान की समीक्षा भी की। इस मौके पर बताया गया कि 30 सितंबर को आयोजित महापरीक्षा अभियान में 6653 प्रौढ़ शिक्षार्थियों ने हिस्सा लिया। इसमें 5384 महिला और 1269 पुरुष शामिल हुए। इसके अलावा पोर्टल में 92.71% एंट्री भी कर ली गई है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण की तैयारी की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने बच्चों के अधिगम क्षमता की जानकारी ली और बच्चों का परफॉर्मेंस अच्छा रहे, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बच्चों को विभिन्न लर्निंग आउटकम/ दक्षताओं पर आधारित प्रश्नों का निर्माण अभ्यास कराने पर भी उन्होंने बल दिया। बताया गया आगामी 12 नवंबर को राष्ट्रीय उपलब्धि परीक्षण होगा, उसकी तैयारी कराई गई है। ज़िले के 170 स्कूल का चयन हुआ है, जिसमें कक्षा तीसरी, पांचवीं, आठवीं और दसवीं के बच्चों का परीक्षण किया जाना है। इस मौके पर कलेक्टर ने ज़िले में शिक्षा का स्तर बेहतर करने ज़िला शिक्षा अधिकारी, सर्व शिक्षा अभियान, राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, डाइट सभी को मिलकर मेहनत करने और सतत प्रयास करते रहने पर बल दिया है। ज्ञात हो कि दोपहर ढाई बजे से कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आहूत बैठक में उक्त सभी अधिकारी उपस्थित रहे। इस दौरान एजेंडावर स्कूल शिक्षा के विभिन्न योजनाओं की कलेक्टर ने विस्तृत समीक्षा की।