विकास के लिए पंचायतों के बीच बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा
रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन के पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा नवीन राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के संबंध में ‘दिशा निर्देश एवं प्रशिक्षण सह कार्यशाला’ का आयोजन आज रायपुर निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के ऑडिटोरियम में किया गया। प्रशिक्षण में विभिन्न 29 विभागों के 300 से अधिक प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला में पंचायती राज संस्थानों के सतत् विकास के 17 लक्ष्यों पर आधारित 9 थीम पर प्रशिक्षण दिया गया। संचालक पंचायत श्री कार्तिकेय गोयल ने कार्यशाला के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए नवीन राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के दिशा निर्देशों से अवगत कराया। श्री गोयल ने बताया कि पंचायत स्तर सतत् विकास की लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक व्यवस्थित कार्ययोजना के क्रियान्वयन, मॉनिटरिंग और जवाबदेही के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों का पुर्नगठन किया गया है। इससे पंचायती राज संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा मिलेगा। इन पुरस्कारों का मुख्य उद्देश्य विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पंचायती राज संस्थानों को जागरूक करना है। इन पुरस्कारों के लिए 9 थीम निर्धारित हैं जिनमें गरीबी मुक्त बेहतर आजीविका, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी गांव, पर्याप्त जल वाले गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी संरचना वाले गांव, सामाजिक रूप से संरक्षित गांव, सुशासन वाले गांव एवं महिला हितैषी पंचायत शामिल है। कार्यशाला में अपर आयुक्त श्री अशोक चौबे और पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान के संचालक श्री पी. सी. मिश्रा ने नवीन राष्ट्रीय पुरस्कार के संबंध में दिशा-निर्देश और ऑनलाइन प्रश्नावली भरने के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर राज्य के विभिन्न जिलों के समाज कल्याण, स्वास्थ्य विभाग, मनरेगा, स्वच्छ भारत मिशन, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, समाज कल्याण, पंचायत, महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी प्रतिभागी के रूप में शामिल हुए।