चौबेबांधा में मां कुष्मांडा के आरती के लिए उमड़ी भीड़
“संतोष सोनकर की रिपोर्ट”
राजिम। चौबेबांधा में दुर्गा पंडालों पर नवरात्र पर्व की धूम देखी जा रही है चारों ओर देवी भजनों का आगाज हो रहा है तो वहीं शाम होते ही पंडालों पर श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है। शाम 7:00 बजे पूजन आरती में तो पूरा गांव उमड़ पड़ता है आज गुरुवार को नवरात्र पर्व के चौथे दिन देवी कुष्मांडा की महाआरती के लिए पूरा गांव पंडालों में आ गया था। देवी कुष्मांडा की जयकारा देर समय तो खुद ही रही। पंडा बिशेलाल साहू, हेमलाल साहू ने बताया कि सुबह शाम दो बार पूजन आरती होती है प्रत्येक दिन माता अलग-अलग रूपों में विराजमान हो रही है इनमें प्रथम दिन शैलपुत्री, द्वितीय ब्रह्मचारिणी, तृतीय चंद्रघंटा, चतुर्थ कूष्मांडा, पंचम स्कंदमाता, षष्टम कात्यानी, सप्तमी कालरात्रि, अष्टमी महागौरी, नवमी सिद्धिदात्री है। आरती के बाद श्रद्धालुओं परिक्रमा कर रहे हैं जिससे श्रद्धा भक्ति ऊपर उठकर बाहर आ रही है। उन्होंने बताया कि पिछले दो सालों में कोरोना के कारण गाइडलाइन का पालन करने के एवज में कार्यक्रम सिमट कर रह गया था परंतु इस बार खुलकर श्रद्धालुओं की श्रद्धा प्रकट हो रही है। यहां जय मां शीतला सेवा समिति द्वारा प्रतिदिन सेवा गीत प्रस्तुत किया जा रहा है। मंडली के अध्यक्ष गणेश साहू, नरेश पाल, लोचन निषाद, मंथीर पाल, सीताराम सोनकर ने बताया कि जस सेवा में माता की महिमा का बखान किया जाता है वाद्य यंत्रों के साथ सेवा की प्रस्तुत की जाती है पिछले कई वर्षों से वह सेवा गीत प्रस्तुत कर रहे हैं। बताना होगा कि इस बार के नवरात्र पूरा 9 दिनों के लिए है। दसवीं को रावण वध का कार्यक्रम होगा। इधर पंडाल को लाइटों की रोशनी से शानदार लुक दिया गया है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार मनोकामना ज्योति कलश में बढ़ोतरी हुई है यहां बालमित्र दुर्गा उत्सव समिति द्वारा भी दुर्गा स्थापित की गई है अध्यक्ष हेमलाल पटेल, पंडा सोहन सोनकर, राजेंद्र सोनकर, कमल साहू, गुलाब साहू इत्यादि ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा आज से 15 साल पहले दुर्गा प्रतिमा स्थापित करने की व्यवस्था की थी। नतीजा लगातार अब देवी दुर्गा की पूजा नाराज ना पूरे 9 दिनों के लिए हो रही है। माता की कृपा आप हम सब पर बनी रहे यही शुभकामना है।