राजिम,बेलाही,चौबेबांधा तीनो पुल में अंधेरा कायम
राजिम । त्रिवेणी संगम पर बने राजिम पुल में इन दिनों अंधेरा कायम है खंभे पर लगाई गई लाइटें बंद है जिसके कारण लोगों को अंधेरे में ही चलना पड़ रहा है उल्लेखनीय है कि इसी मार्ग से जिला मुख्यालय गरियाबंद पहुंचा जाता है जिसमें आए दिन जिले के आला अधिकारी के साथ ही राजनेता गण राजधानी मुख्यालय पहुंचते हैं। यह राष्ट्रीय राजमार्ग का क्रमांक 130 सी के अंतर्गत आता है सुबह से लेकर शाम व रात से लेकर पूरे 24 घंटे तक आवागमन का निरंतर दबाव बना रहता है बावजूद इसके प्रशासनिक लापरवाही लोगों की समझ से बाहर है बता देना जरूरी है कि इनके एक छोर में रायपुर जिला के प्रमुख शहर गोबरा नवापारा नगर पालिका परिषद है तो दूसरे छोर में स्थित राजिम देश के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। जहां प्रतिदिन देश विदेश से भी लोग दर्शन पूजन स्नान दान आदि कृत्य के लिए आते रहते हैं यह नगर पंचायत है दोनों शहर के बीच यह पुल स्थित है फिर भी अंधेरा कायम होना लोगों की समझ में नहीं आ रहा है और नवापारा अभनपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिनके विधायक धनेंद्र साहू कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री है तो राजिम खुद विधानसभा मुख्यालय है यहां से प्रदेश के प्रथम पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री अमितेश शुक्ल वर्तमान में विधायक है दोनों जगह कांग्रेश की सत्ता है फिर भी पुल से लाइट चली जाना जमकर चर्चा का विषय बना हुआ है बताया गया कि पिछले 20 दिनों से लाइट बंदे हैं। बीच सड़क में भी मवेशी भी बैठे रहते हैं। जिससे कभी भी दुर्घटना होना लाजमी है वही अंधेरे का फायदा उठाकर असामाजिक तत्व भी पनप रहे हैं लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं गया है। इसी तरह से नयापारा शहर को धमतरी जिला से जोड़ने वाली बेलाही घाट पुल तथा धमतरी जिला को गरियाबंद जिला से जोड़ने वाली चौबे बांधा राजिम परसवानी पुल में भी अंधेरा है। चोर अंधेरा के कायम होने से लोग संशय में हैं यह तीनों पुल प्रयाग भूमि का परिक्रमा पथ माना गया है इसलिए इसमें लाइट होनी बहुत जरूरी है। बताना होगा कि 7 जनवरी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राजिम पहुंचे उसके बाद से पुल से लाइट बंद हो जाना लोगों की समझ से परे है। 16 फरवरी से माघी पुन्नी मेला भी शुरू होना है। समस्या पर समस्या शहर में दिख रही है और यहां के जनप्रतिनिधि मौन है।